लापरवाही की मार, कोरोना बनाएगी बीमार


जलालपुर/जौनपुर: वाराणसी-लखनऊ नेशनल हाईवे स्थित शेल्टर होम बयालसी इंटर कालेज जलालपुर में सोमवार की सुबह से ही प्रवासी मज़दूरों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान शारीरिक दूरी बनाए रखने की व्यवस्था तार-तार हो गई। भीड़ की अपेक्षा स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बहुत कम थी, जिससे थर्मल स्क्रीनिग जांच करने में उन्हें काफी दिक्कत हुई।

सेंटर के कोरोना नोडल अधिकारी शशिकांत श्रीवास्तव ने बताया कि दोपहर तक 750 प्रवासी मज़दूरों की थर्मल स्क्रीनिग हुई।इसके बाद सभी को उनके घर भेज दिया गया है। बताया कि इस सेंटर पर चिकित्सकों की तीन टीमें, तीन शिफ्टों में काम रही है। एक टीम में दो लोग हैं। आज पांच लोगों का सैंपलिग कर जांच के लिए भेजा गया है। इससे पूर्व 35 लोगों का नमूना जांच के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट अभी आनी है। फिलहाल सेंटर पर एक साथ प्रवासी मज़दूरों की भारी भीड़ आ जाने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया। भीड़ को नियंत्रित करने में स्वास्थ्य विभाग के लोग अपने आप को असुरक्षित और असहाय पा रहे थे। अनियंत्रित भीड़ की वजह से विद्यालय परिसर में पुरुषों और महिलाओं को कोरोना बीमारी की जांच करवाने में भी अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। लोग जगह-जगह विद्यालय परिसर में सपरिवार बैठकर अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। कई घंटों बाद कहीं उनका नंबर आया तब जांच हुई। विशेष कर महिलाओं, वृद्धों और बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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