प्रयागराज: एसआरएन हास्पिटल में शनिवार को एक मरीज़ की मौत हो गई। कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट आने के बाद उसे एसआरएन में भर्ती कराया गया था। कुछ दिन पहले उसकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर उसे कोरोना वार्ड से हटाकर सामान्य वार्ड मेंं भर्ती कर दिया गया था। डाक्टरों का दावा है कि उसकी मौत कोविड 19 संक्रमण से नहीं हुई है। उधर, मृतक का शव स्वास्थ्य विभाग की ओर से उसके गांव ले जाने पर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया है।
बहरिया थाना क्षेत्र के धमौर गांव निवासी एक युवक 20 मई को कोरोना पॉज़िटिव पाए जाने पर एसआरएन में शिफ्ट किया गया था। जहां कुछ दिन उपचार के बाद उसकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी। फेफड़े में संक्रमण के चलते उसे कोरोना वार्ड से हटाकर दूसरे वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया गया था। सांस लेने में तकलीफ के चलते ही संभवतः उसकी मौत हो गई। एसआरएन प्रशासन का दावा है कि मरीज़ की मौत कोरोना से नहीं हुई है।
शव का अंतिम संस्कार के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एंबुलेंस से शव लेकर धमौर गांव पहुंचे तो ग्रामीण गांव में अत्येष्टि करने का विरोध करने लगे। सूचना पाकर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि उसकी मौत कोरोना से हुई है और वह गांव में अंत्येष्टि नहीं होने देंगे नहीं तो पूरे गांव में संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा, वही स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ग्रामीणों को यह समझाने में लगे थे कि उसकी मौत कोरोना से नहीं हुई है। 28 मई को उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।
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