प्रयागराज: यमुनापार के अलग-अलग इलाकों में बृहस्पतिवार को आकाशीय बिजली गिरने से सात लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में तीन नाबालिग भी शामिल हैं। इसके अलावा 2 बच्चों समेत छह लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन की टीम सभी जगह नुकसान का आकलन कर रही है। मेजा इलाके में दिघिया पुलिस चौकी पर भी बिजली गिर गई। हालांकि वहां मौजूद दोनों सिपाही बाल-बाल बच गए।
करछना के तेवतिया गांव में बिजली गिरने से नितिन पटेल (17) और आशीष पटेल (20) की मौत हो गई। उनके साथ ही विकास और रितिक गंभीर रूप से झुलस गए। चारों घटना के समय खेत में खेल रहे थे। अचानक बारिश शुरू हुई तो चारों एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। उसी समय बिजली गिरी और सभी उसकी चपेट में आ गए। दोनों घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां, उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। सूचना पर गांव के लेखपाल को अधिकारियों ने मौके पर भेजा।
कौंधियारा के गढ़िया खुर्द गांव में संजय कुशवाहा (14) और उसके बाबा खेत में बैठे हुए थे, उसी समय बारिश शुरू हो गई। दोनों एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए। इसी दौरान पेड़ पर बिजली गिरी और संजय कुशवाहा की मौके पर ही मौत हो गई। उसके बाबा गंभीर रूप से झुलस गए। आसपास के लोगों ने घरवालों को सूचना दी तो बाबा को अस्पताल में भर्ती कराया गया। करछना के पड़ोखरा गांव में बिजली गिरने से 11 साल के शनी की मौत हो गई। शनि बाग में गया था, उसी दौरान बारिश होने लगी और वह एक पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। बिजली गिरने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं, खीरी के पिपरहटा गांव में भी आकाशी बिजली गिरी और रिंशी (10) की मौत हो गई। उसके पिता कमलेश आदिवासी गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों बारिश के समय घर के पास ही एक पेड़ के नीचे खड़े थे। मांडा के टिकरी गांव में भी बिजली गिरने से रमेश कुमार (30) की मौत हो गई। रमेश गांव में एक छत पर काम कर रहे थे।
जबकि मेजा के भैया गांव में गुरुवार दिन में बिजली गिरने से रामअचल पटेल (70) की मौत हो गई। इस दौरान उनके साथ पेड़ के नीचे खड़े इंदल आदिवासी और नेता आदिवासी, दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी जगह लेखपालों को नुकसान के आकलन के लिए भेज दिया था। रिपोर्ट मिलने के बाद मृतकों के परिवार वालों को आर्थिक मदद दी जाएगी।
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