मुंबई में हिंदी पत्रकारिता के भीष्म पितामह पंडित लालजी मिश्र का निधन

मुंबई में हिंदी पत्रकारिता के भीष्म पितामह पंडित लालजी मिश्र का निधन
जौनपुर। मुंबई के नवभारत टाइम्स के पूर्व संपादक पंडित लालजी मिश्र का निधन सोमवार देर रात्रि हो गया। उन्होंने मुंबई में कांदिवली स्थित अपने निज निवास में अंतिम सांस ली। वह 85 वर्ष के थे। वह मूल रूप से जौनपुर जिले के बरपुर बेलहटा (लेदुका) गाँव के मूल निवासी थे। पिछले दिनों आपरेशन के बाद दो बार अस्पताल में एडमिट करना पड़ा था। वह लॉक डाउन के दौरान अधिक अस्वस्थ हो गए थे। सोमवार उन्होंने लगभग रात्रि 10 बजे अंतिम सांस ली।

4 दशक से अधिक समय से वह नवभारत टाइम्स मुंबई से जुड़े थे। वर्ष 1996 में वह बतौर संपादक सेवानिवृत्त हुए थे। सेवानिवृत्त के बाद वह स्वतंत्र पत्रकार लेखक स्तम्भकार के रूप में कलम सेवा कर रहे थे।  उन्होंने कई किताबें भी लिखी थी। जिसमे अपने पैतृक गांव बरपुर बेलहटा के समीप राउर बाबा सिद्ध स्थल के महात्म्य पर लिखी किताब प्रमुख थी। वह मुंबई में उत्तर भारतीयों के बीच बेहद ही पसंदीदा व्यक्तित्व थे। मुंबई में हिन्दी पत्रकारिता जगत के भीष्म पितामह कहे जाते थे।

 मुंबई में उत्तर भारतीयो के राजनीति में उनका खास दखल था। वहाँ राजनैतिक पार्टियों में सक्रिय किसी भी दल का उत्तर भारतीय राजनेता बिना उनके आशीर्वाद के अपना भविष्य उज्ज्वल नही मानते थे। मुंबई के सभी मीडिया हाउस में उनका वेहद सम्मान था। उनके सानिध्य में अपनी पत्रकारिता शुरू करने वाले सैकड़ों पत्रकार आज मुंबई के अनेक मीडिया हाउस में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।  पंडित लालजी मिश्र का निधन मुंबई की हिंदी पत्रकारिता की अपूरणीय क्षति है। 

स्व. मिश्र अपने पीछे दो पुत्र अमरनाथ मिश्र रविन्द्र नाथ मिश्र और दो पुत्रियों ममता शुक्ला और सुनीता पांडेय सहित आठ नाती पोतों का भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। सितंबर 2019 में उनकी पत्नी हीरावती देवी का निधन हो गया था। उनके दो छोटे भाई डीएन मिश्र और प्राणेंद्र मिश्र भी मुंबई ही रहते है।

उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को सुबह  कांदिवली मुंबई में ही किया जाएगा। उनके निधन की खबर सुनते ही जौनपुर के पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई। बुधवार को उनके स्मृति में जौनपुर पत्रकार संघ द्वारा एक शोक सभा  कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।

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