सड़क पर चलना मुश्किल, लोग हो रहे दुर्घटना के शिकार

महराजगंज, जौनपुर। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत निर्मित सड़क की दुर्दशा देखकर लोग यह कहने को मजबूर हो जाते हैं कि सड़क में गड्ढा है या फिर गड्ढ़े में सड़क। फिलहाल खस्ताहाल जर्जर गड्ढेदार सड़क पर चलने को मजबूर लोग अनायास ही दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। सड़क पर बने गड्ढों में बारिश का पानी जमा हो जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बक्शा रसिकापुर लोहिंदा मार्ग का निर्माण 2013-14 में प्रारंभ हुआ था। इसका निर्माण मई 2014 में पूर्ण हो जाना था लेकिन 2017 तक निर्माण कार्य चला। 5 वर्ष का अनुरक्षण काल निर्माण इकाई ने 2019 में पूर्ण दिखाकर मरम्मत का कार्य बंद कर दिया। ऐसे में 2020 में सड़क टूटकर पूरी तरह से बिखर गई। 2017 में तत्कालीन जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य में देरी व लापरवाही को लेकर निर्माण इकाई पर प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ निर्माण एजेंसी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया था। मयन्दीपुर, लोहिन्दा चौराहा से बंधवा तक सड़क टूटकर पूरी तरह से बिखर गई है। सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। दिन में तो किसी प्रकार इस सड़क पर 15 किलोमीटर की दूरी घंटे-डेढ़ घंटे में तय की जा सकती है लेकिन रात के समय में इस सड़क पर चलना किसी भारी जोखिम से कम नहीं है। ऐसे में बाइक, साइकिल व पैदल यात्री सड़क में बने गड्ढों में गिरकर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।

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