बाहुबली मुख़्तार अंसारी की बेगम और साले पर बड़ी कार्यवाही


बाहुबली मुख़्तार अंसारी की बेगम और साले पर बड़ी कार्यवाही

गाजीपुर में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी, उसके परिवार और करीबियों पर प्रशासन और पुलिस शिकंजा कसती जा रही है। ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच प्रशासन ने मुख्तार के रिश्तेदारों और उनके सहयोगियों पर नकेल कसी। फतेहउल्लाहपुर में एफसीआई से अनुबंधित गोदाम ढहा दिया गया।उसके बाहर ताल की जमीन को खाली करा लिया गया। पुलिस की जीपें देखते ही गोदाम में मौजूद कर्मचारी भाग निकले और जेसीबी से कमरे, 4 बरामदे, टीनशेड समेत अनाधिकृत निर्माण ध्वस्त कर दिया गया।  जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य ने बताया कि तालाब की जमीन पर ग्राम फतेउल्लाहपुर में एफसीआई का गोदाम संचालित होने की जानकारी पर दस्तावेज निकलवाए गए। पता चला कि तालाब के नम्बर पर फर्जी तरीके से नाम इद्राज कराकर माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी और साले समेत रिश्तेदार काबिज हैं। दस्तावेजों में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा बेगम, जाकिर हुसैन निवासी मुस्तफाबाद, साला आतिफ रजा निवासी सैय्यदवाड़ा, रविन्द्र नारायण सिंह निवासी सैय्यदवाडा थाना कोतवाली गाजीपुर एंव अनवर शहजाद निवासी सैय्यदवाड़ा का नाम दर्ज है।


जमीन को मुख्तार के परिजनों की कंपनी  मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर खरीदकर एफसीआई से अनुबंधित करा लिया। इस जमीन पर वर्षाें से एफसीआई का गोदाम संचालित किया जा रहा था। डीएम ने जांच कराई तो पता प्रकाश में आया कि रकबा 15 बीघा भूमि पर मुख्तार अंसारी और परिजनों ने अपना नाम अंकित कराया गया है। इसके साथ ही विकास कन्स्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा तालाब की रकबा 5बीघा, 6 बिस्सा भूमि चंकबंदी में फर्जी तरीके से खरीद कर उस पर कब्जा किया गया है जिस पर गोदाम और बाउन्डरीवाल बनाया गया है। राजस्व अभिलेखो में त्रुटि को दुरूस्त करके उपजिलाधिकारी सदर और क्षेत्राधिकारी सदर की टीम ने पुलिस बल के साथ फतेहउल्लाहपुर में कार्रवाई की।विकास कंस्ट्रक्शन के कब्जे से पांच बीघा छह बिस्सा भूमि अवमुक्त कराकर गॉव समाज के कब्जे में दे दी। एसपी डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने बताया जिन लोगों ने अनाधिकृत कब्जे किए है राजस्व विभाग की पहल पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रभाष कुमार, सीओ राजीव द्विवेदी, सीओ एवं शहर कोतवाल धनन्जय मिश्रा, एसओ नंदगंज राकेश सिंह समेत कई थानों का फोर्स और पीएसी तैनात रहा। 


नंदगंज। मुख्तार अंसारी और उनके परिजनों ने जिले में करोड़ों रुपये की जमीन पर कब्जेदारी जमा रखी है। उनके सहयोगी भी गांवों से लेकर शहर तक कीमती और उपजाऊ भूमि पर कब्जेदार हैं। फतेहउल्लाहपुर में मुख्य सड़क के पास फर्जी तरीके से चकबंदी की जमीन की खरीद फरोख्त करके ग्राम समाज को भारी क्षति पहुंचाई गई है। मुख्य राजस्व अधिकारी गाज़ीपुर ने सन्दर्भ संख्या 2020531429000079 फैसला 01/07/2020 को 15 बीघा जमीन रामदेव व और उनके वारिसान का नाम खारिज कर भू प्रबन्धक समिति को सौप दिया।फतेहउल्लापुर गांव स्थित विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी को  सईद रजा, विक्की अंसारी, आफसा बेगम, आतिल उर्फ शरजील रजा व रुद्र नारायण संचालित करते है। खाद्यान्न का भंडारण गोदाम अभी तक 342ल में दर्ज था जिसका पट्टा रामदेव निवासी फतेहउल्लापुर के नाम से किया गया था। इसे कंपनी बनाकर मुख्तार के रिश्तदारों ने 5बीघा 6 बिस्सा 8 धूर जमीन दरबारी पुत्र रामदेव से अपने नाम रजिस्ट्री करा ली। राजस्व विभाग की टीम ने कार्रवाई के बाद ताल की जमीन का सीमांकन कर झंडी लगा दी है। गेट के अन्दर लगभग 10 बिस्सा जमीन भी चिन्हित की गई। तालाब की जमीन में विकास कंस्ट्रक्शन के निर्माण को पूरी तरीके से ढहा दिया गया है। सीआरओ ने खारिज कर पुनः ताल के नाम पर दर्ज कर दिया।

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