सिंधिया की बढ़ी मुसीबत , हाईकोर्ट में याचिका , समर्थक बेचैन



सिंधिया की बढ़ी मुसीबत , हाईकोर्ट में याचिका , समर्थक बेचैन
मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ चुनाव याचिका दायर की गई है। पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने आरोप लगाया है कि सिंधिया ने अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाकर राज्यसभा चुनाव लड़ा, इसलिए उनका निर्वाचन निरस्त कर नए सिरे से चुनाव कराया जाना चाहिए। याचिका में इस बात पर जोर दिया गया है कि सिंधिया ने राज्यसभा चुनाव के नियमों का उल्लंघन किया है। नियमानुसार नामांकन पत्र में आपराधिक मामलों की भी जानकारी दी जानी चाहिए थी लेकिन छिपा ली गई। इसलिए निर्वाचन शून्य कर दिया जाना चाहिए।
चुनाव याचिका में कहा गया है कि वर्ष 2018 में भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई थी। जिसे सिंधिया ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार भी किया था। अब वह कांग्रेस में नहीं हैं और भाजपा से राज्यसभा सदस्य चुने गए हैं। राज्यसभा के लिए प्रस्तुत अपने नामांकन पत्र में सिंधिया ने उक्त मामले की जानकारी न पेश कर उसे छुपाया। यह निर्वाचन आयोग के नियमों का उल्लंघन है। सूबे में बीते राज्यसभा चुनाव में भाजपा को दो और कांग्रेस को एक सीट हासिल हुई थी।
भाजपा की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेरसिंह सोलंकी जबकि कांग्रेस से दिग्विजय सिंह विजयी घोषित किए गए थे। कांग्रेस के दूसरे उम्मीदवार फूल सिंह बरैया चुनाव हार गए थे। सबसे ज्यादा 57 वोट दिग्विजय सिंह को, 56 सिंधिया को और 55 वोट सुमेरसिंह सोलंकी को मिले थे। मतदान में 206 विधायकों ने हिस्सा लिया था। पूरे देश में राज्यसभा के 61 सीटों पर द्विवार्षिक चुनाव में 72 फीसद नये चेहरे उच्च सदन में पहली बार पहुंचने में कामयाब रहे थे। इन चेहरों में ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर केसी वेणुगोपाल जैसे नेता शामिल थे जो अपनी सियासी जिंदगी में पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे।

Post a Comment

0 Comments