कोरोना काल में मास्क पहन कर माँ बच्चे को कराये स्तनपान



कोरोना काल में मास्क पहन कर माँ बच्चे को कराये स्तनपान
स्तनपान बच्चों की शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर बच्चों को रोगों से बचाये रखता है-डा अजीत कपूर
जौनपुर । लायन्स लायनेस क्लब जौनपुर मेन द्वारा विश्व स्तनपान सप्ताह के अन्तर्गत एक सप्ताह से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी के अन्तर्गत स्थान बाल स्वास्थ्य केन्द्र रासमंडल पर सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करते हुए, बच्चो को कुपोषण से बचाने हेतु माताओ को जागरूक किया गया। संस्था अध्यक्ष सोना बैंकर ने आये हुए लोगो का स्वागत किया।
  वरिष्ठ नवजात व बाल रोग विशेषज्ञ डा अजीत कपूर ने जागरूक करते हुए विस्तार से बताया कि कोरोना काल में मांए बच्चो को दूध पिलाते समय मास्क ज़रूर पहने तथा बच्चो को छूने से पहले हाथ को साबुन और पानी से धोए या अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइज़र का प्रयोग करे,  स्तनपान शिशु के लिए प्राकृतिक और सम्पूर्ण आहार है। स्तनपान बच्चों की शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि कर बच्चों को रोगों से बचाये रखता है।  सभी शिशुओं को जन्म के तुरन्त बाद या ज्यादा से ज्यादा एक घन्टे के अन्दर नवजात को स्तनपान कराया जाए तो शिशु मृत्युदर काफी कम हो सकती हैं। आगे डा कपूर ने कहा कि विशेष रूप से छह महीने की आयु तक स्तनपान कराना चाहिए और छह महीने के बाद पर्याप्त मात्रा में अनुपूरक आहार के साथ दो वर्ष का होने तक स्तनपान जारी रखना चाहिए। लेकिन भारत में स्तनपान न कराने की काफी गंभीर और बुरी प्रवृत्ति देखी गई है। जानकारी के अभाव में नई मांताए नवजात को फीड नही करा पाती जिसका असर बच्चो मे कुपोषण के रूप मे दिखाई देता है। इस लिए स्तनपान कराना बेहद जरूरी है। 
डा मदन मोहन वर्मा ने कहा कि मां का दूध बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य की आधारशिला व वरदान हैं। वर्किंग महिलाएं अक्सर चाहकर भी शिशु को पूरे 6 माह तक स्तनपान नहीं करा पाती हैं. इस बात को ध्यान में रखते हुए ब्रेस्डमिल्क निकालने और स्टोर करने के तरीके बताए जाते हैं. यहां ये जानना बेहद जरूरी है कि मां के लिए भी स्तनपान करवाना उतना ही जरूरी है, जितना कि शिशु के लिए. इससे शरीर पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता, बल्कि स्तनपान से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी कम हो जाता  है।स्तनपान प्राय: सभी पौष्टिक तत्वो की पर्याप्त और उचित मात्रा उपलब्ध कराता है‌। ज्योति कपूर ने कहा कि शरीर के लिए आवश्यक संतुलित आहार लम्बे समय तक न मिलना ही कुपोषण है, कुपोषण के कारण बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और अधिकांश रोगो की जड़ कुपोषण ही होता है, अत: स्तनपान के प्रति जागरूकता आवश्यक है।
 लायनेस अध्यक्ष प्रीति गुप्ता ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा,  अनिल गुप्ता, शत्रुधन मौर्य, परमजीत सिंह, रविन्द्र कालरा, मदन गोपाल गुप्ता, शैल मौर्य आदि लोगो ने कार्यक्रम मे सहयोग किया।


Post a Comment

0 Comments