CM योगी को बदनाम कर रहे थानेदार,इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे पीड़ित



CM योगी को बदनाम कर रहे थानेदार,इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहे पीड़ित

जौनपुर। विभिन्न अधिकारियों के माध्यम से खेत जोतकर फसल लगाने के विवाद का निस्तारण करने का आदेश हुआ। प्रार्थना पत्र सरायख्वाजा थानेदार सुधीर कुमार गुप्ता आर्य को कई बार प्राप्त होने के बाद और दर्जनों बार फरियादी द्वारा थाने का चक्कर लगाने के बावजूद भी थानेदार द्वारा विपक्षी से मिले सुविधा शुल्क के मिलने के चलते थानेदार बनने के पूर्व ली गई शपथ प्रतिज्ञा और संकल्प को पूरी तरह भुलकर थानेदार अपने कर्तव्य का निर्वाहन करते नजर आ रहे है। थानेदार लगता है कि मामले को लेकर किसी बड़ी घटना के घटने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। मामले को लेकर खूनी संघर्ष हो हर तरफ अफरा-तफरी मच जाए आग ही आग नजर आए बस्ती जल उठे सुहागिनों की मांग उजड़ जाए, बच्चे यतीम हो जाएं, और थानेदार की लापरवाही जगजाहिर होते हुए जब उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला आए। गाडिय़ा घटना स्थल को देखने के लिए साइरन बजाते हुए चारो तरफ दौडऩे लगे और अधिकारियों की डांट-फटकार सुनकर शायद मिले सुविधा शुल्क का नशा सर से उतरे और कुम्भकरण की नींद भी टूटे। तब जाकर थानेदार पूरी निष्ठा ईमानदारी के साथ मामले का निस्तारण करके दूसरो के विरूद्ध विधिक कार्यवाई करें। ताकि पुलिस पर पीडि़तों का भरोसा हमेशा बना रहे। और पुलिस की छवि धूमिल न होने पाए।
बता दें कि सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के जंगीपुर कला आबाई पता और शहर कोतवाली क्षेत्र के ख्वाजगीटोला निवासी मो0 फारुख पुत्र स्व0 मो0 सादिक ने अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण त्रिभुन सिंह और उपजिलाधीकारी नितेश कुमार सिंह को प्रार्थना पत्र देकर कहा कि पड़ोसी रऊफ अली उर्फ लहाड़ी पुत्र स्व0 निर्मल, गुलशेर अहमद, परवेज अहमद, मुस्ताक अहमद पुत्रगण रऊफ अली उर्फ लहाड़ी शीला पत्नी रऊफ अली उर्फ लहाड़ी शब्बो निशा पुत्री रऊफ अली उर्फ लहाड़ी प्रार्थी के पड़ोसी है। 
शब्बो निशा से प्रार्थी ने अपने पुत्र का विवाह किया था। जो घरेलू विवाद के चलते वर्तमान समय में न्यायालय में वाद दाखिल कर प्रार्थी के पुत्र ने रऊफ अली उर्फ लहाड़ी की पुत्री शब्बो निशा को तलाक  दे दिया है। जिसके कारण सभी प्रार्थी से रंजिश रखते हैं। लगभग चार माह पूर्व प्रार्थी की सरसो की फसल को प्रार्थी के गैर मौजूदगी में आग लगाकर जला दिया था। प्रार्थी लॉकडाउन होने के कारण कुछ नहीं कर सका। वर्तमान समय में हुई बरसात से मिट्टी नम होने के कारण खेत को जोतकर धान लगाने प्रार्थी जब अपने खेत गया तो सभी लोग एक राय होकर लाठी-डंडे लेकर आए और प्रार्थी को खेत जोतने से मना करते हुए अमादा फौजदारी हुए और जान से मारने की धमकी दिए। इसी मामले को निस्तारण के लिए सरायख्वाजा थानेदार को अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण द्वारा भेजे गए प्रार्थना पत्र और उपजिलाधिकारी के द्वारा निस्तारण के लिए भेजे गए प्रार्थना पत्र पर लगभग एक माह गुजर जाने के बाद भी आजतक किसी भी प्रकार की कार्यवाही को नहीं किया गया है। जिससे साफ तौर पर कहा जा सकता है कि मामले को लेकर थानेदार किसी बड़ी घटना होन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। की दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष हो जाए और उच्चधिकारियों के संज्ञान में मामला आने पर डांट-फटकार सुनने के बाद ही मामले का निस्तारण वह करें। इस प्रकरण को अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण त्रिभुन सिंह को बताकर अभी तक थानेदार द्वारा मामले का निस्तारण नहीं किया गया है। यह सुनकर अपर पुलिध अधीक्षक ने अश्वासन दिया कि मैं थानेदार से कहकर मामले का निस्तारण करवाता हु ।

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