वर्चस्व की लड़ाई में रफीपुर दोहरे हत्या कांड का भी अभियुक्त रहा है आरोपी तारिक

वर्चस्व की लड़ाई में रफीपुर दोहरे हत्या कांड का भी अभियुक्त रहा है आरोपी तारिक 
आठ वर्ष पूर्व भरौली के रफीपुर गांव में तड़तड़ाई थी गोलीया
जौनपुर । शाहगंज थाना क्षेत्र के भरौली गांव में शानिवार की सुबह हुई फायरिंग और हत्या में अपना वर्चस्व स्थापित करने का मामला सामने आया। वहीं गांव में वर्चस्व को लेकर चल रही गुटबाजी से पुलिस का बेखबर रहना भी काफी सवाल खड़े कर रहा है।

गांव में दो गुटों के वर्चस्व में एक गुट अपने आर्थिक मजबूती पर गांव में अपना वर्चस्व स्थापित किए है। वहीं दूसरा पक्ष दबंगई के बल पर गांव में अपना वर्चस्व बनाने की जुगत में लगा है। जिसका नतीजा है कि गांव में कोई भी छोटा या बड़ा मामला होता है तो दोनों गुट के लोग सक्रिय हो जाते। यही मामला इस घटना का कारण बनी। शमशाद कुरैशी के भाइयों के विवाद में तारिक तारिक की संलिप्तता और इस्तियाक की नाराजगी ने ओसामा को मौत के घाट उतार दिया।

बताते हैं कि आठ वर्ष पूर्व हत्यारोपी तारिक ने अपने ननिहाल रफीपुर में साथियों के साथ जिला पंचायत सदस्य पति राम स्वारथ राजभर व उसके साथी को चाय की दुकान पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। जिसमें वह जमानत पर चल रहा है। सूत्र बताते हैं कि तारिक पर मुंबई में भी असलहा कारोबार में संलिप्तता रही है। जिसमें वह जेल भी जा चुका है।

दबिश के दौरान पीछे से युवक फरार

हत्यारोपी तारिक के घर दबिश देने पहुंची पुलिस ने गांव के प्रधान जियाउद्दीन से उसके घर के बाबत जानकारी ली। प्रधान के आनाकानी करने और घर बताने में हीलाहवाली पर पुलिस ने प्रधान को भी हिरासत में ले लिया। आरोपी तारिक के घर दबिश देने के लिए पुलिस घर में दाखिल हुई। इस बीच घर में रहा युवक पुलिस को चकमा देकर पीछे के रास्ते से भागने में सफल हो गया। पुलिस ने घर की दो महिलाओं को भी हिरासत में लेकर थाने भेज दिया।

गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित

भरौली गांव में शनिवार को युवक ओसामा की हत्या व उसके पिता को गोली मारने की घटना मे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने तीन टीमे गठित की गयी है इस बारे में जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी जितेन्द्र दुबे ने बताया कि टीम लगातार छापेमारी कर रही है आरोपी जल्द ही पकडे जाएंगे ।

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