बीएचयू में मरीजों को सस्‍ते दर पर खाना खि‍लाने वाली अन्‍नपूर्णा सेवा समि‍ति‍ ने बंद की अपनी सेवाएं

बीएचयू में मरीजों को सस्‍ते दर पर खाना खि‍लाने वाली अन्‍नपूर्णा सेवा समि‍ति‍ ने बंद की अपनी सेवाएं
हसन आरिफ़ जाफ़री
वाराणसी। सर सुन्दर लाल अस्पताल में सस्ती दरों पर मरीज़ के परिजनों को खाना उपलब्ध करवाने वाली अन्नपूर्णा सेवा समिति ने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं। ये संस्‍था कोरोना काल में सर सुंदर अस्पताल में भर्ती कोविड मरीज़ों और जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को खाना उपलब्ध करवा रही थी। बताया गया कि‍ सेवाओं को बंद करने के पीछे बीएचयू अस्‍पताल प्रशासन की ओर से पुराना पेमेंट न कि‍या जाना है। 

अन्नपूर्णा सेवा समिति के ज़िम्मेदारों की माने तो काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन ने मार्च के महीने से लेकर 30 सितम्बर तक हमसे कोविड मरीज़ों का और भारत सरकार की जननी सुरक्षा योजना में गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली डाइट ली पर उसका पेमेंट नहीं किया, इसलिए आज से हमने यह सेवा बंद करने का एलान कर दिया है। 

उक्त सम्बन्ध में अन्नपूर्णा सेवा समिति के अध्यक्ष तरुणकांति पाल ने बताया कि 2004 में तत्कालीन कुलपति प्रोफ़ेसर पंजाब सिंह के अनुरोध पर अन्नपूर्णा सेवा समिति, रविन्द्रपुरी ने बीएचयू कैम्पस को धुंआ मुक्त करने के लिए अस्पताल परिसर में सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध करवाने का आग्रह किया था। तब से यह समिति पहले 5 रुपये और 25 रुपये थाली पर मरीज़ों के परिजनों को खाना उपलब्ध करवा रही थी।

उन्होंने बताया कि उस समय पूरा बीएचयू परिसर धुआं-धुआं रहता था और मरीज़ के परिजनों और सुरक्षाकर्मियों से रोज़ खाना न बनाने को लेकर झगड़ा हुआ करता था। तरुणकांति पाल ने बताया कि कोरोना काल में सभी चीज़ें बंद हो गयी और अस्पताल में भर्ती मरीज़ों के खाने की दिक्कते आने लगी। ऐसे में अस्पताल के एमएस एसके माथुर ने हमें बुलाकर हमसे कोविड के मरीज़ों का भोजन और अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिलाओं के लिए केंद्र सरकार की गाइडलाइन के परिपेक्ष्य में भोजन उपलब्ध करवाने के लिए कहा। 

तरुणकांति पाल ने बताया कि इसपर हम सभी सहर्ष इस बात पर राज़ी हो गए और हमने शासन की गाइडलाइन के अनुसार भोजन अस्पताल को उपलब्ध करवाना शुरू कर दिया। यह सिलसिला 30 सितम्बर 2020 तक चला पर इन 6 महीनों में जब भी हमने अस्पताल प्रशासन से अपने पैसों की बात की तो वो टाल-मटोल करने लगे। जुलाई माह में अस्पताल प्रशासन ने पेमेंट करने का लिखित आश्वासन भी दिया पर हमें फिर टरका दिया गया।

तरुणकांति पाल ने बताया कि हमने अपने वर्कर्स को पिछले तीन महीने से सेलेरी नहीं दी है। इसके अलावा यह दान से चलने वाली समिति है। सभी चीज़ें अब ख़त्म होने के कगार पर हैं। ऐसे में हमने कठोर कदम उठाते हुए अस्पताल में स्थित अन्नपूर्णा कैंटीन को आज से बंद करने की घोषणा कर दी है। 

इस सम्बन्ध में जब Live VNS ने अस्पताल के एमएस डॉ एसके माथुर से बात की कि कोविड मरीज़ों को खाना उपलब्ध करवाने वाली अन्नपूर्णा कैंटीन ने आज कार्य बंद कर दिया है तो उन्हें भोजन कैसे दिया जा रहा है। इसपर एमएस ने बताया कि खाना देने के लिए हमने दूसरी संस्था से बात कर ली है वो खाना उपलब्ध कराएगी।

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