जानिए क्यों सेवानिवृत्त अधिकारी ने सीएम योगी से मांगी इच्छामृत्यु,वजह जानकर हो जायेंगे हैरान

जानिए क्यों सेवानिवृत्त अधिकारी ने सीएम योगी से मांगी इच्छामृत्यु,वजह जानकर हो जायेंगे हैरान

मेरठ। अगर आपके घर के सामने कूड़े का ढ़ेर पड़ा हो और हर रोज उसकी दूर्गंध आपके घर में जाती हो तो आप क्‍या करेेंगे। निश्चित तौर पर आप इसे हटाने के प्रयास करेंगे। शायद इसी का उदाहरण है कि मेरठ के इस सेवानिवृत्‍त अधिकारी ने कूड़े के ढेर को हटाने का काफी प्रयत्‍न किया। लेकिन दुखद रहा कि अधिकारी को सफलता नहीं मिल सकी। थक हार कर सिंचाई विभाग के इस अधिकारी ने सीएम को पत्र लिखकर इच्‍छामृत्‍यु की अ‍नुमति मांगी है।

मेरठ के गंगानगर केए-ब्लाक सिंचाई विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखकर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। 15 वर्ष पूर्व सिंचाई विभाग में अधिशासी अभियंता पद से सेवानिवृत्त हुए 76 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक का कहना है कि वह 17 वर्षों से नगर निगम की उदासीनता को झेल रहे हैं, वह मुख्य सचिव से लेकर कमिश्नर, डीएम व नगर निगम के हर स्तर के अधिकारी को 50 से 56 पत्र लिख चुके हैं। लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। व्यवस्था से आहत होकर उन्हें इच्छामृत्यु की अनुमति मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा।

घर से 50 मीटर की दूरी पर बन गया कूड़े का खत्ता

2005 में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता से सेवानिवृत्त हुए केए-137 निवासी 76 वर्षीय नैपाल सिंह का कहना है कि वह गंगानगर केए-ब्लाक में जिस जगह रहते हैं, उनके निवास से करीब पचास मीटर की दूरी पर हमेशा कूड़े का ढेर लगा रहता है। जोनल पार्क के कोने पर सड़क किनारे लगे इस कूडे के ढ़ेर का आलम यह है कि यहां पर नगर निगम की उदासीनता के चलते कूडे का खत्ता बना दिया गया है। नैपाल सिंह ने अनुमति पत्र के साथ सभी 57 शिकायतों की प्रतिलिपि भी मुख्यमंत्री को भेजी है। 


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