सात साल की मासूम से दुष्कर्म,पीड़िता से मिलने मेडिकल काॅलेज पहुंचे वित्त मंत्री

सात साल की मासूम से दुष्कर्म,पीड़िता से मिलने मेडिकल काॅलेज पहुंचे वित्त मंत्री

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में सात साल की मासूम से दरिंदगी का मामला सामने आया है। घर से कुछ दूर खेल रही मासूम को टॉफी दिलाने का लालच देकर युवक ने बंद पड़े स्कूल में उसके साथ दुष्कर्म किया। बच्ची के अचानक गायब होने पर स्वजन ने तलाश शुरु की तो वह गंभीर हालत में घर की ओर आती मिली। आरोपित युवक फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उधर, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने घटना का संज्ञान लिया। देर रात मेडिकल काॅलेज पहुंचकर बच्ची का हाल जाना। उसके स्वजन से भी बातचीत की। पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

रोजा क्षेत्र की एक कालोनी निवासी सात वर्षीय बच्ची रविवार शाम करीब साढ़े चार घर से कुछ दूरी पर बच्चों के साथ खेल रही थी। तभी मुहल्ले में रहने वाला युवक शोभित वहां आया। बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने अपनी साइकिल पर बैठाकर करीब आधा किमी. दूर बंद पड़े एक निजी स्कूल में ले गया। जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। इस बीच स्वजन ने बच्ची की तलाश शुरु की तो वहां खेल रहे बच्चों ने पूरी बात बतायी। वे लोग उसे ढूंढते हुए रेलवे लाइन की ओर पहुंचे तो बच्ची घर की ओर आते दिखी। उसके कपड़े खून से सने हुए थे। हालत देख घबराए स्वजनों के पूछने पर बच्ची ने पूरा घटनाक्रम बताया। सूचना पर पुलिस पहुंची, लेकिन आरोपित व उसके परिवार वाले तब तक भाग चुके थे।कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक दिलीप सिंह यादव ने बताया कि बच्ची से दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। उसका मेडिकल कराया जा रहा है। आरोपित को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

पुलिस बोली बच्ची को थाने लेकर आ जाओ

इन दिनों जिले में जोर शोर से मिशन शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। महिलाओं व बालिकाओं की जागरूकता के नाम पर लाखों रुपया खर्च हो रहा है, लेकिन महिला अपराधों को लेकर पुलिस का रवैया हैरान करने वाला है। बच्ची से दुष्कर्म जैसी बड़ी घटना भी पुलिस को गंभीर नहीं लगती। पीड़िता के ताऊ का आरोप है कि जब उन लोगों ने थाने पर फोन किया तो जवाब मिला कि बच्ची को लेकर आ जाओ। घटनास्थल पर जब कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा तो महिला थाने कॉल की, जिसके बाद पुलिस मौके पर गई। रविवार शाम घटना के बाद थाने पहुंचे बालिका के ताऊ ने बताया कि जब उन लोगों को बच्ची मिली तो उसकी स्थिति गंभीर थी। उन्होंने बताया कि तत्काल थाने फोन किया। वहां पर फोन रिसीव करने वाले ने कहा कि बच्ची को थाने लेकर आ जाओ। जवाब सुनकर वे लोग हैरान रह गए। महिला थाने पर कॉल की, जिसके बाद वहां से फिर से थाने पर संपर्क किया गया। इसके बाद पुलिस पहुंची और उन लोगों को थाने लेकर आई। बच्ची के पिता ने बताया कि पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली है, लेकिन वे लोग चाहते हैं कि आरोपित को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए।

चाचा कहती थी, भरोसा करके साथ चली गई

आरोपित शोभित के पिता कारपेंटर हैं। जबकि बच्ची के पिता मजदूरी करते हैं। मुहल्ले में रहने के कारण बच्ची व उसके स्वजन आरोपित व उसके स्वजनों को जानते हैं। उन लोगों ने कल्पना भी नहीं की थी कि शोभित इतनी बड़ी घटना को अंजाम देगा। बच्ची शोभित को चाचा कहकर बुलाती थी। इसलिए जब उसने टॉफी दिलाने की बात कही तो वह झट से उसके साथ जाने के लिए तैयार हो गई। उसे जरा भी अंदेशा नहीं था कि भरोसा कर जिसके साथ वह जा रही है। वह उसके साथ इतनी बड़ी घटना को अंजाम देगा।

क्या बोले पुलिस अधिकारी

स्वजनों के मुताबिक वह काफी सहमी हुई है।घटना के बारे में जैसे ही जानकारी मिली थी हमारी टीम मौके पर गई थी। बच्ची के ताऊ ऐसा क्यों कह रहे हैं पता नहीं। दिलीप सिंह यादव, कार्यवाहक, प्रभारी निरीक्षक

आरोपित के खिलाफ लोगों में आक्रोश

बच्चों साथ बढ़ रहे अपराधों से अभिभावक भी सहमे हुए हैं। सख्त कार्रवाई न होने के कारण दुष्कर्म, कुकुर्म व यौन उत्पीड़न जैसी घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। कई मामलों में बच्चों के करीबी ही उनके साथ गलत हरकत करने के आरोप में पकड़े जा चुके हैं। कुछ दिन पहले खुदागंज के एक गांव में मासूम के साथ नाबालिग ने दुष्कर्म किया था। उसके साथ हुई दरिंदगी की जांच करने बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष भी आए थे। रोजा क्षेत्र के ही एक गांव में सात वर्ष के एक बालक के साथ लगभग छह दिन पहले एक युवक ने कुकर्म किया था। अब क्षेत्र की कालोनी में हुई घटना ने लोगों का आक्रोश भड़का दिया है। शोभित ने बच्ची के साथ जो किया उससे मुहल्ले के लोग गुस्से में हैं। वे लोग उसे लिए कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सजा ऐसी मिले कि दोबारा कोई इस तरह की हरकत करने की हिमाकत न कर सके।

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