स्वदेशी के लिये दीक्षित जी ने पूरा जीवन समर्पित कर दियाः डा. अमरनाथ

जौनपुर। स्वदेशी अभियान के जनक एवं भारत को भारतीयता के मान्यता के आधार पर स्थापित करने वाले अमर बलिदानी भाई राजीव दीक्षित की 10वीं पुण्यतिथि अकिंचन फाउंडेशन के जिला कार्यालय पर कोविड-19 को देखते हुए सादगी के साथ मनाया गया। फाउंडेशन के प्रमुख ट्रस्टीगण सहित गणमान्य व्यक्तियों ने अपना विचार व्यक्त करते हुये राजीव भाई के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि राजीव भाई का जन्म 30 नवंबर 1967 को अलीगढ़ में हुआ था। कानपुर आईआईटी से एमटेक करने के उपरांत अपना पूरा जीवन स्वदेशी अभियान के प्रचार-प्रसार में व्यतीत किया। राजीव जी ने स्वदेशी चिकित्सा, शिक्षा, भोजन, भजन, वस्त्र आदि के प्रचार-प्रसार में अपना जीवन समर्पित कर दिया। 30 नवंबर 2010 को विदेशी कंपनियों और नेताओं के षड्यंत्र से मातृभूमि को अर्पित हो गये। इस अवसर पर राजेश गुप्ता प्रबंधक एसबीआई, संतोष तिवारी बीईओ प्रतापगढ़, प्रमोद चतुर्वेदी, डा. हेमंत सिंह अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ मड़ियाहूँ, जय प्रकाश शुक्ला, सुरेंद्र पाठक, कमलेश सिंह, रामकृष्ण चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में अकिंचन फाउंडेशन के प्रबंधक/ट्रस्टी डा. अमरनाथ पाण्डेय ने लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए राजीव जी के अनुसार जीवनशैली अपनाने की अपील किया। साथ ही कोरोना योद्धा खंड शिक्षा अधिकारी संतोष तिवारी को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया।

Post a Comment

0 Comments