मेरे मां-बाप को रुपये दे देना..., दोस्त को वाट्सएप पर मैसेज भेजकर व्यवसायी ने लगाया मौत को गले
इंस्पेक्टर नाका के मुताबिक आकाश हरदोई बैटगंज के रहने वाले थे। वह यहां इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यवसाय करते थे। व्यवसाय के कारण मोतीनगर में किराए पर रहते थे। उसी में गोदाम बना रखा था। गुरुवार देर रात दोस्त धीरज के साथ खाना खाया। इसके बाद धीरज घर चले गए। उसके बाद आकाश ने धीरज के वाट्सएप पर मैसेज भेजा। धीरज ने शुक्रवार सुबह करीब 10:30 बजे मैसेज देखा तो वह भागकर आकाश के घर पहुंचा। मेनगेट अंदर से बंद था। इसपर बाउंड्री वाल फांदकर धीरज अंदर पहुंचा। गोदाम में पंखे से चादर के सहारे आकाश का फंदे पर शव लटका देखकर उसकी चीख निकल पड़ी। धीरज ने पुलिस और आकाश के परिवारीजनों को सूचना दी। पुलिस पहुंची फंदे से शव को उतारा। इंस्पेक्टर ने बताया कि आकाश ने किस कारण से आत्महत्या की इसकी अभी मूल रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है। परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। उनके आने पर ही कुछ जानकारी हो सकेगी।
मैसेज में लिखा मम्मी-पापा को देना रुपये, सबका ख्याल रखना
पुलिस ने बताया कि आकाश ने अपने मित्र को भेजे गए मैसेज में लिखा कि मेरे मम्मी-पापा को रुपए दे देना। मेरे भाई और परिवार का ध्यान रखना। मैं बहुत परेशान हूं। यह मैसेज सुबह वाट्सएप पर देखते ही धीरज आकाश के घर पहुंचा था।

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