बिना पराली जलाये गेहूं की बुवाई में कामयाब है हैप्पी सीडर

केराकत, जौनपुर। स्थानीय विकास खंड के भौरा गांव में आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा वित्त पोषित केवीके जौनपुर द्वारा जनपद के अंतर्गत आने वाले 11 विकास खंडों में कृषि की नवीनतम तकनीकी के अंतर्गत रबी फसलों जैसे गेहूं, चना, मटर की बुवाई सीड ड्रिल, हैप्पी सीडर एवं सुपर सीडर मशीन द्वारा सीधी बुवाई केंद्र के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में कराई जा रही है जिसका कुल क्षेत्रफल लगभग 100 एकड़ से ज्यादा है। इस तकनीकी का लाभ जनपद के केराकत ब्लाक के आलोक सिंह, विवेक सिंह भौरा, इंद्रसेन सिंह सोहनी, शैलेंद्र पिंटू खर्गसेनपूर, ब्लाक जलालपुर के जीत बहादुर वर्मा कनुवानी, दिनेश पटेल कनुवानी, ब्लाक मुफ्तीगंज के राजेश्वर सिंह उमरी, ब्लाक डोभी के आलोक सिंह ने लाभ लिया। इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र अमिहित के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डा. नरेंद्र रघुवंशी ने बताया कि हैप्पी सीडर द्वारा बिना जुताई के धान के खेतों में फसल अवशेष/पराली रहते हुए गेहूं की सीधी बुवाई होती है जिससे किसानों को बुवाई, खाद, बीज की बचत साथ ही श्रमिकों पर होने वाले खर्च की बचत अर्थात इस विधि द्वारा कुल शुद्ध बचत प्रति एकड़ लगभग 4 से 5 हजार की बचत होती है। साथ ही उत्पादन भी ज्यादा होता है। इस अवसर पर तमाम लोगों की उपस्थिति रही।
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