चुनावी रंजिश में किसान की गोली मारकर हत्या,कुख्यात धर्मेंद्र किरठल और साथियों पर लगा आरोप
गन्ना छीलने खेत में गए थे
किरठल गांव में 52 वर्षीय किसान इरशाद शनिवार की सुबह अपने बेटे महेंदी मेहंदी हसन, सद्दाम और अखलाक के साथ ट्रैक्टर ट्राली लेकर खेत में गन्ना छीलने गए थे। इरशाद के बेटे गन्ना छीलने लगे और जबकि इरशाद ट्रैक्टर ट्राली के पास खड़ा हो गया। सद्दाम ने बताया इसी दौरान गन्ने के खेत से कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल, सतेंद्र मुखिया, सुभाष उर्फ छोटू और एक अज्ञात युवक के साथ निकलकर आए। सुभाष ने उसके पिता के सीने में गोली मार दी। उसके बाद उन पर भी फायर किया, लेकिन वह हमले में बच गए। घटना के बाद आरोपित गन्ने में खेत में घुसकर फरार हो गए।
पक्ष में करने का था दबाव
सद्दाम ने बताया कि सुभाष और सतेंद्र मुखिया भी धर्मेंद्र के पास ही रहते हैं। दोनों धर्मेंद्र के साथी हैं। पिछले दिनों से धर्मेंद्र उसके पिता को अपने पक्ष में करने का दबाव बना रहा था, लेकिन उसके पिता ने धर्मेंद्र के पास जाने से मना कर दिया था, जिसके बाद वह उसके पिता से रंजिश रखने लगा था और इसी कारण उसके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं इंस्पेक्टर अनिल सिरोही ने बताया कि इरशाद की हत्या कर दी गई है, जिसका आरोप गांव के ही रहने वाले धर्मेंद्र किरठल और उसके साथी सतेंद्र मुखिया, सुभाष उर्फ छोटू समेत चार पर लगा है।
मां जिला पंचायत सदस्य और पत्नी गांव की प्रधान
कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र की मां सुरेश देवी वार्ड पांच से जिला पंचायत सदस्य है और पत्नी सुदेश देवी किरठल गांव की प्रधान है। धर्मेंद्र इस बार भी जिला पंचायत का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है। उधर, अक्टूबर माह में पुलिस-प्रशासन ने धर्मेंद्र की लाखों रुपए की संपत्ति को कुर्क करते हुए तीन मकानोंं पर सील कर दिया था। धर्मेंद्र के खिलाफ 40 से ज्यादा हत्या, लूट, जानलेवा हमला, रंगदारी, अपहरण आदि के गंभीर मुकदमे दर्ज है।
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