सपा के पूर्व विधायक राकेश सिंह पुलिस लाइन से गायब,जानिए क्या है मामला
यह था मामला
धनीपुर मंडी में प्रदर्शन के बाद सपा नेताओं ने पुलिस को गिरफ्तारी देने की बात कही। ऐसे में गाड़ी में भरकर सभी को पुलिस लाइन ले जाया गया। सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया ने बताया कि तीन-चार सपा नेता एटा चुंगी पर उस वक्त ही उतर गए, जब गाड़ी रेड लाइट पर रुकी थी। इनमें गिरीश यादव, सगीर, शान मियां आदि शामिल थे। जब पुलिस लाइन पहुंचे तो सभी को मनोरंजन कक्ष में बिठाया गया। यहां लाइट चली गई। पांच मिनट बाद जनरेटर चालू होने पर लाइट आई तो पूर्व विधायक राकेश ङ्क्षसह गायब थे। सपाइयों को भी इसकी भनक नहीं लगी। पुलिस को पता चला तो तलाश की गई, लेकिन कोई पता नहीं चला। पूर्व विधायक के गायब होने का सीन क्रिएट किया तो पता चला कि कक्ष के पीछे वाले दरवाजे की कुंडी खोलकर राकेश निकले थे। दरवाजे के बाहर बाइकें खड़ी थीं। उन्हें फलांगकर जेल रोड पर पहुंचे। फिर यहां से गाड़ी मंगाकर निकल गए। हालांकि पूर्व विधायक राकेश सिंह का कहना है कि आरोप गलत है कि मैं मनोरंजन कक्ष से कहीं चला गया था। बाहर ही बैठकर चाय पी रहा था। वहां आसपास सभी लोग खड़े थे। पुलिस ने मुचलका भरा है।
178 सपाइयों पर मुकदमा, 28 को मुचलके पर छोड़ा
गांधीपार्क थाना प्रभारी हरिभान ङ्क्षसह राठौर ने बताया कि धनीपुर मंडी में प्रदर्शन करने, जाम लगाने व सरकारी कार्य में बाधा डालने पर 28 नामजद व 150 अज्ञात सपाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नामजदों में पूर्व विधायक राकेश सिंह, जिलाध्यक्ष गिरीश यादव, मोहम्मद सगीर, शान मियां, अब्दुल हमीद, संदीप यादव, गौरव, नरेंद्र सूर्यवंशी, अर्जुन, मनोज चौधरी, डॉ. कृपाल ङ्क्षसह, मुकेश माहेश्वरी, गंगाराम कुशवाह, बाबू ङ्क्षसह दिनकर आदि शामिल हैं। वहीं, पुलिस लाइन में 28 सपाई गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। सभी के खिलाफ शांतिभंग में कार्रवाई की गई। इसके बाद मुचलके पर छोड़ दिया गया।
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