सपा सुप्रीमो अखिलेश के कड़े तेवर ,किसान आंदोलन को फ्लॉप करने की साज़िश में बड़ी कार्यवाही की तैयारी

सपा सुप्रीमो अखिलेश के कड़े तेवर ,किसान आंदोलन को फ्लॉप करने की साज़िश में बड़ी कार्यवाही की तैयारी
आरिफ़ हुसैनी
जौनपुर । संगठन को लेकर हमेशा विवादों में रहे समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष लाल बहादुर यादव एक बार फिर चर्चा में आगये है । किसान आंदोलन में जिलाध्यक्ष सहित कई कद्दावर नेताओ का नाम मुकदमे में नही आने से कार्यकर्ताओ में उहापोह की स्तिथि है कि किसान आंदोलन में दर्ज हुए मुकदमे में कही जिलाध्यक्ष और प्रशासन कि साठ-गांठ तो नही है । विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी काफ़ी नाराज़ है । और जल्द ही जिलाध्यक्ष सहित कुछ बड़े नेताओं पर बड़ी कार्यवाही भी हो सकती है । 
जौनपुर में किसान आंदोलन में निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर विरोध प्रदर्शन करने वाले सपा नेताओं पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। मुकदमे में पूर्व मंत्री डॉ. केपी यादव समेत 16 लोग नामजद किए गए हैं, जबकि 30 अज्ञात भी शामिल हैं। जिलाध्यक्ष समेत कई अन्य बड़े नेेताओं का नाम मुकदमे में शामिल न किए जाने से पार्टी के अंदरखाने में असंतोष पनपने लगा है।
किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को सपा कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। मियांपुर में धरना के दौरान जिलाध्यक्ष और एक कद्दावर नेता के ललकारने पर की जो सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के सिपाही है वो कलेक्ट्रेट की ओर कूच करे , जिसपर सपा के जुझारू नेताओ ने ज़िला मुख्यालय की तरफ़ कूच कर दिया । आरोप है कि जिलाध्यक्ष और प्रशासन की साठ-गांठ के चलते मियांपुर में एक लान के पास जिलाध्यक्ष को हिरासत में लिया गया । वही पार्टी के जानिसार कार्यकर्ताओ और नेताओं ने डॉ के पी यादव के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट की तरफ कूच कर गए । कलेक्ट्रेट पहुचने पर जिलाध्यक्ष को नदारद देख सपा नेताओं में जिलाध्यक्ष के प्रति आक्रोश बढ़ गया । कलेक्ट्रेट में डॉ केपी यादव की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की रणनीति के तहत ज़ोरदार प्रदर्शन किया । डॉ केपी यादव के साथ पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर , पप्पू रघुवंशी के साथ सैकड़ो कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचने में सफल हुए जहां पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। सारी पाबंदियों को तोड़ते हुए कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट के अंदर घुस गए। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले मे लाइन बाजार पुलिस ने सपा नेता डॉ. केपी यादव सहित दर्जनों लोगों पर दो मुकदमे नामजद दर्ज किये तथा मुकदमे में कुछ अज्ञात भी शामिल हैं । पर कलेक्ट्रेट पहुचने वाले पूर्व मंत्री जगदीश सोनकर का भी नाम मुकदमे में नहीं आया । किसान आंदोलन को फ्लॉप करने वाले ज़िले के कुछ बड़े नेताओं पर अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का हंटर चलना तय माना जा रहा है ।

Post a Comment

0 Comments