लखनऊ: लखनऊ के विभूतिखंड स्थित भीड़ भरे कठौता चौराहे पर बुधवार रात विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू सिंह हत्याकांड के गवाह और मऊ के मोहम्मदाबाद गोहाना से ब्लॉक प्रमुख रहे अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात के दौरान उनके परिचित मोहर सिंह के पैर में गोली लगी है। वहीं, उधर से गुज़र रहा फूड डिलीवरी बॉय भी घायल हो गया। घटना की सूचना पर पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पहुंचे।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि अजीत सिंह गोमतीनगर विस्तार स्थित राप्ती अपार्टमेंट में रहते थे। रात करीब आठ बजे वह मोहर सिंह के साथ किसी काम से चौराहे के पास स्थित उर्वी कॉम्प्लेक्स आए थे। दोनों के एसयूवी से उतरते ही पहले से घात लगाए तीन बदमाशों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। फायरिंग से भगदड़ व चीख-पुकार मच गई। अजीत लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। मोहर सिंह शोर मचाते हुए बदमाशों के पीछे भागा, लेकिन तब तक वे बाइक से भाग चुके थे। सड़क पर हुई फायरिंग में ज़ोमेटो-स्विगी के डिलीवरी बॉय आकाश को भी गोली लगी। उसे निजी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई जा रही है। वारदात के पीछे पुरानी रंजिश को वजह मानते हुए मऊ व आजमगढ़ पुलिस से संपर्क किया गया है। अजीत के साथी से पुलिस पूछताछ की जा रही है।
अजीत सिंह का गैंग मऊ ज़िले में रजिस्टर्ड है, इसका मेन शूटर मोहर सिंह है। मुख्तार अंसारी गैंग के सहयोगी गैंग के रूप में रजिस्टर्ड है यह गैंग। अजीत सिंह के पास से दो पिस्टल भी बरामद हुई हैं जिनसे कई राउंड फायर किये गए। गोली मारने आये बदमाशों में से एक अजीत की गोली से घायल हुआ है। अजीत को आठ से दस गोलियां मारे जाने की बात कह रही है पुलिस।
बीते महीने ज़िला बदर किए गए थे पूर्व ब्लॉक प्रमुख
पुलिस आयुक्त ने बताया कि अजीत सिंह के खिलाफ मऊ समेत अन्य जनपदों में गंभीर धाराओं के 17 मुकदमे हैं। उनके खिलाफ हत्या के पांच मामले हैं। बीते महीने ही मऊ से ज़िला बदर किए जाने के बाद से वह गोमतीनगर विस्तार में रह रहे थे।
चौराहे पर 25 से 30 राउंड चलीं गोलियां
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारदात में अजीत सिंह की ओर से भी गोलियां चली थीं। चौराहे पर 25 से 30 राउंड फायरिंग से लोगों में दहशत का माहौल है।
विधायक की घर में घुसकर की गई थी हत्या
आजमगढ़ के जीयनपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सीपू सिंह की 19 जुलाई 2013 में बदमाशों ने घर में घुसकर गोलियां मारकर हत्या की थी। वारदात में अजीत सिंह चश्मदीद गवाह थे। पुलिस अधिकारी वारदात को विधायक हत्याकांड से भी जोड़कर छानबीन कर रहे हैं।
बाहुबली का करीबी था, गैंगवार की आशंका में एसटीएफ लगाई
अजीत सिंह की हत्या में गैंगवार की आशंका से एसटीएफ को भी लगा दिया गया है। एक टीम ने घटनास्थल पहुंचकर मुआयना करने के साथ मोहर सिंह से पूछताछ की। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अजीत बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी है और उसकी मौत गैंगवार में हुई है।
विधायक के हत्यारोपी से चल रही थी रंजिश
अजीत की विधायक सीपू सिंह की हत्या के आरोपी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह से रंजिश थी। कुंटू जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा गांव का रहने वाला है और अभी जेल में है। विधायक हत्याकांड में उसके अलावा 12 लोगों पर एफआईआर कराई गई थी। पुलिस ने बताया कि अजीत और मोहर सिंह को तीन-तीन गोलियां लगी हैं।
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