गाड़ी में टक्कर लगने से गुस्साए युवक ने ट्रक मालिक को मारी गोली,गंभीर हालत में कानपुर रेफर

गाड़ी में टक्कर लगने से गुस्साए युवक ने ट्रक मालिक को मारी गोली,गंभीर हालत में कानपुर रेफर

हमीरपुर। कहते हैं, गुस्सा कब और किस पर हावी हो जाए कुछ नहीं कहा सकता। युवक में सहनशीलता के अभाव का यह किस्सा सामने आया है। हमीरपुर थानाक्षेत्र के मुंडेरा गांव के निकट से। जहां ट्रक और स्कॉर्पियो की टक्कर के बाद हुए विवाद में बाल संरक्षण इकाई के सदस्य ने ट्रक मालिक को अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मार दी। पैर में गोली लगने से घायल ट्रक मालिक को गंभीर हालत में सदर अस्पताल भेजा गया। जहां से चिकित्सकों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया।

ये है पूरा मामला

शनिवार रात करीब नौ बजे थानाक्षेत्र के मुंडेरा गांव के निकट मौरंग लाद कर आ रहे ट्रक की स्कॉर्पियो में मामूली टक्कर हो गई। जिस पर स्कॉर्पियो में सवार  बाल संरक्षण इकाई के नामित सदस्य उमाशंकर श्रीवास अपने साथियों के साथ मिलकर ट्रक ड्राइवर से झगड़ा करने लगा। ट्रक ड्राइवर ने इसकी सूचना ट्रक मालिक कस्बे के धर्मेश्वर बाबा निवासी विवेक साहू को दी। विवेक साहू ने मौके पर पहुंचकर समझौते का प्रयास किया। लेकिन विवाद इतना बढ़ा कि उमाशंकर श्रीवास ने ट्रक मालिक विवेक साहू को अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मार दी। गोली विवेक साहू के बांए पैर में लगी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना पाकर कस्बा इंचार्ज केके तिवारी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और घायल को इलाज के लिए तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाए। जहां हालत गंभीर होने पर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं हालत नाजुक होने पर घायल को चिकित्सकों ने कानपुर रेफर कर दिया।

आरोपितों की तलाश शुरू

पीडि़त ने उमाशंकर श्रीवास, राम सजीवन सविता व कल्लू के खिलाफ जान से मारने की नीयत से हमला करने का मुकदमा दर्ज कराया है। घटना के बाद पुलिस के पहुंचने के पहले ही आरोपित मौके से भाग निकले। थानाध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पीडि़त की तहरीर पर तीनों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी गई है।

सदस्य पद से मांगा इस्तीफा

बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया उमाशंकर श्रीवास बाल कल्याण समिति का नामित सदस्य है। जिसने प्रधान पद का चुनाव लडऩे की मंशा से अपने पद से इस्तीफा मांगा है। जिसमें उसने प्रधान पद का चुनाव लडऩे के लिए पद में रहने की राय भी मांगी है। हालांकि फाइल अभी जिलाधिकारी कार्यालय में है। अभी इस्तीफा स्वीकृत नहीं हुआ है।

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