लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार बैठे धरने पर,जानिए क्या है मामला?

लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार बैठे धरने पर,जानिए क्या है मामला?

कानपुर। विभिन्न मांगों को लेकर लोक निर्माण विभाग से जुड़े ठेकेदारों ने विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पीडब्ल्यूडी ठेकेदार एसोसिएशन के बैनर तले शनिवार से कार्यालय परिसर में अनशन पर बैठ गए। दस मांगों की सूची गिनाते हुए एलान किया गया कि जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाएगी, क्रमिक अनशन जारी रहेगा।

एसोसिएशन के अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह चंदेल के नेतृत्व में ठेकेदारों ने मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। वक्ताओं ने दस मांगों का हवाला देते हुए कहा कि इस बाबत पूर्व में प्रमुख सचिव लोक निर्माण, प्रमुख अभियंता, मुख्य अभियंता, जिलाधिकारी को बताया जा चुका है। अब तक कोई समाधान नहीं किया गया। महामंत्री मनोज कुमार त्रिपाठी ने कहा कि जब तक मुख्य समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जाता है, तब तक क्रमिक अनशन जारी रहेगा। लल्लू साहू, सोनू सिंह, विद्यासागर तिवारी, पंकज द्विवेदी, रमेश चंद्र आदि लोग मौजूद रहे।

यह हैं प्रमुख मांगें

- परियोजनाओं में स्वीकृत पूर्ण धन उपलब्ध न होने की दिशा में विभाग स्वयं प्रदान करे।

- चालीस लाख से पांच करोड़ की परियोजनाओं की निविदाओं में जमानत धनराशि पांच फीसदी हो।

- हैसियत प्रमाण पत्र को चरित्र प्रमाण पत्र की भांति तीन वर्ष के लिए किया जाए।

- पुल पुलिया के निर्माण में बाईपास का प्रविधान किया जाए। 

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