'एक शाम डॉ अब्दुस्सलाम नदवी के नाम' गोष्ठि का आयोजन

'एक शाम डॉ अब्दुस्सलाम नदवी के नाम' गोष्ठि का आयोजन

जौनपुर यूपी

जौनपुर ज़िला के प्रसिद्ध चिकित्सक व सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय डॉ अब्दुस्सलाम नदवी की याद में 'एक शाम डॉ अब्दुस्सलाम नदवी के नाम' से नगर के मोहल्ला सब्ज़ी मंडी स्थित मदरसा ज़हूरूल इस्लाम में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।

जिसकी अध्यक्षता कवि निसार अहमद जौनपुरी ने की और संचालन इरशाद अनवर खान ने किया।
इसमें मुख्य अतिथि के रूप में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता इस्तिक़बाल क़ुरैशी व विशिष्ट अतिथि के रूप में बिजली कर्मचारी संघ के अध्यक्ष निखिलेश सिंह उपस्थित हुए।

गोष्ठी का प्रारंभ यासिर हस्सान ने तिलावत के क़ुरआन से किया इन्होंने ही नात ए नबी का नज़राना भी पेश किया।

इस अवसर पर समस्त वक्ताओं ने डॉ अब्दुस्सलाम नदवी के जीवन और सेवाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉ साहब एक ऐसे व्यक्ति थे जो अपनी सेवाओं के कारण हमेशा लोगों के ह्रदय में जिंदा रहेंगे हम आज उन्हें सच्ची श्रंद्धाजलि अर्पित करते हैं।

संयोजक हनीफ़ अंसारी ने कहा कि डॉ अब्दुस्सलाम नदवी मानवता के प्रेमी थे उनकी गिनती क्षेत्र की हस्तियों में होती थी वोह सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लेते थे।

कुछ पंक्तियाँ पाठकों की नज़र हैं।

फ़िज़ा में उड़ते हैं आवारगी नहीं करते
वो अपने दर्द का सौदा कभी नहीं करते
अहमद निसार

दुनियां में उजालों का असर बांट रहा था
रुख़सत जो हुआ शम्स व क़मर बांट रहा था
हसरत जौनपुरी

कब तलक कीजियेगा पानी से आइये ख़ून से वज़ू कीजिये
बात तो जब है कि मोहब्बत में ज़ख़्म से ज़ख़्म को रफ़ू कीजिये
मज़हर आसिफ़

मैं मौत की सरहद से पलट आता हुँ अक्सर
हसरत तेरे दीदार की मरने नहीं देती
अकरम जौनपुरी

करम ही करम है अता ही अता है
इधर मेरे मौला खता ही खता है।
क़ारी महमूद बलियावी

आपकी मक़बूलियत थी इस तरह से ख़ास व आम
कोई करता राम राम कोई करता था सलाम
मुसतईन जौनपुरी

इस अवसर पर डॉ आसिफ़ नदीम,जान मोहम्मद अंसारी,आफ़ताब आलम खान बाबू,अरशद क़ुरैशी,सरफ़राज़ अंसारी सभासद,रियाज़ आलम,आदि उपस्थित रहे।

Post a Comment

0 Comments