अखिलेश के मिशन में पलीता लगा रहे सपाई ,सपा जिलाध्यक्ष को बदलने की मांग हुई तेज़

सपा जिलाध्यक्ष को बदलने की मांग तेज़ , पार्टी में विद्रोह के संकेत

अजवद क़ासमी

उत्तर प्रदेश के ज़िला जौनपुर में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी के ज़िला अध्यक्ष की कार्यशैली से संतुष्ट नहीं हैं जिसकी वजह से ज़िला अध्यक्ष के परिवर्तन को लेकर विद्रोह के संकेत भी दिख रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग के प्रदेश सचिव लाल मोहम्मद राईनी ने ज़िला अध्यक्ष की कार्यशैली से अप्रसन्न होकर नाराज़गी जताते हुए ज़िला अध्यक्ष को बदलने की मांग की है।

लाल मोहम्मद राईनी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की सोच को वास्तविकता में बदलना है तो जो भी ज़िला के नेता हैं एवं हवा- हवाई और पैराशूट से राजनीति कर रहे हैं वोह नेता राष्ट्रीय अध्यक्ष को अंधेरे में रखे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि जौनपुर में समाजवादी पार्टी के ज़मीनी नेताओं और कार्यकर्ताओं के अधिकार व सम्मान को हवा-हवाई राजनीति करने वाले नेताओं द्वारा शोषण किया जा रहा है जिससे वोह हतोत्साहित हो रहे हैं और स्वयं को अपमानित महसूस कर रहे हैं। जिससे केवल पार्टी का नुक़सान हो रहा है।

श्री राईनी ने कहा कि ज़िले की कमेटी में ज़मीनी नेता का कोई मूल्य नहीं है। हवा-हवाई नेता आंख दिखा कर उनके अंदर भय पैदा करते हैं। इन सभी बातों की ख़बर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक नहीं पहुंच पाती है क्योंकि वही नेता वहां तक ख़बर ले जाते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान ज़िला अध्यक्ष कमज़ोर हैं जिसके कारण वे हमेशा कुछ नेताओं के दबाव में रहते हैं इसलिए हमें एक मज़बूत और प्रभावशाली ज़िला अध्यक्ष की ज़रूरत है जो समाजवादी पार्टी को मज़बूत कर सके और ज़मीनी कार्यकर्ताओं के महत्व को समझ सके।

ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव 12 जनवरी को सपा के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय पारस नाथ यादव के जन्मदिन के अवसर पर परिवार से मिलने के लिए जौनपुर आए थे जहाँ समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने उत्साहपूर्वक राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत किया था।

केवल चुने हुए लोगों को ही मंच पर जाने की अनुमति मिली थी जिससे खासकर समाजवादी पार्टी के मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच काफ़ी रोष था अभी यह मुद्दा ठंडा भी नहीं हुआ था कि एक और नए मुद्दे ने जन्म ले लिया और फिर से ज़िले की राजनीति में हलचल मच गई है।

अब देखने वाली बात ये होगी आये दिन समाजवादी पार्टी में मुस्लिम नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेता क्या क़दम उठाते हैं।

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