सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने टीकाकरण की तैयारियों के बारे ली पूरी जानकारी,दिया निर्देश

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने टीकाकरण की तैयारियों के बारे ली पूरी जानकारी,दिया निर्देश

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो क्रम तैयार किया गया है, उसी के हिसाब से टीकाकरण होना चाहिए। इसमें किसी तरह की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने आश्वस्त किया कि किसी तरह की लापरवाही नहीं होगी। आज 84 बूथों पर ड्राई रन पूरी सतर्कता के साथ चल रहा है।

मुख्यमंत्री यहां आयोजित दूसरे ड्राई रन के जिला अस्पताल के केंद्र पर डीएम के. विजयेंद्र पांडियन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने वाराणसी, लखनऊ के केजीएमयू व सिद्धार्थनगर के अधिकारियों से भी बात की। डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि 16 जनवरी से 20 केंद्रों पर एक दिन में दो हजार लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। शुरुआत में सप्ताह में दो दिन टीकाकरण होगा। उन्होंने ड्राई रन व कोविड टीकाकरण के बारे में पूरी जानकारी ली। साथ ही डीएम के अनुरोध पर उन्होंने जिला अस्पताल के ड्राई रन बूथ को लाइव देखा। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक  डा. एसी श्रीवास्तव ने प्रवेश द्वार, वेटिंग एरिया, वेरीफिकेशन व टीकाकरण काउंटर तथा आब्जर्वेशन रूम का ऑनलाइन निरीक्षण कराया और पूरी व्यवस्था के बारे में बताया।

मुख्यमंत्री के सवाल, डीएम के जवाब

मुख्यमंत्री- कुल कितने केंद्र हैं?

डीएम- सर, 60 हैं।

मुख्यमंत्री- कुल कितने बूथ हैं?

डीएम- सर 84 बूथ हैं।

मुख्यमंत्री- कितने कोल्ड चेन स्टोरेज हैं?

डीएम- कुल 24 कोल्ड चेन स्टोरेज बनाए गए हैं।

मुख्यमंत्री- पहले चरण में कितने कर्मियों का टीकाकरण होना है?

डीएम- सर,  22  हजार को टीका लगाया जाएगा।

मुख्यमंत्री- दूसरे चरण में?

डीएम- सर, 12 लाख।

मुख्यमंत्री- तीसरे चरण में?

डीएम- सर, 20 लाख।

मुख्यमंत्री- पूरी तैयारी है?

डीएम- जी सर।

मुख्यमंत्री- कोई समस्या तो नहीं है?

डीएम- नहीं सर, कोई समस्या नहीं है। मेरी तैयारी मुकम्मल है। ड्राई रन में बहुत सारी कमियों को हम दूर कर रहे हैं।

समय से पहुंच गए थे स्वास्थ्य कर्मी

कोविड टीकाकरण के दूसरे ड्राई रन में जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड को बूथ बनाया गया था। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. एसी श्रीवास्तव सहित वैक्सीनेटर व स्वास्थ्य कर्मी समय से पहुंच गए थे। लेकिन अचानक आइसोलेशन वार्ड से बूथ को बगल में स्थित क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया गया। इसलिए टीकाकरण का पहला पूर्वाभ्यास 10.40 पर हो पाया।

स्वास्थ्य कर्मी (जिन्हें टीका लगाया जाना है) अर्चना मौर्या ने जब केंद्र में प्रवेश किया तो गेट पर खड़ी सुरक्षा कर्मी स्नेहा ने उनके आधार कार्ड से सूची का सत्यापन किया। इसके बाद वह वेरीफिकेशन काउंटर पर गईं। वहां स्टाफ नर्स नुजहत ने उनका आनलाइन वेरीफिकेशन कर नाम नोट किया और टीकाकरण काउंटर पर भेजा। वहां वैक्सीनेटर आशु स्मिता ने उन्हें बताया कि आपको फलां कंपनी की वैक्सीन लगाई जा रही है। इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने अर्चना के स्वास्थ्य के बारे में पूछा। उन्हें दो मोबाइल नंबर दिया और कहा कि किसी तरह की परेशानी होने पर इन नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है। यह भी बताया कि वैक्सीन लगने के बाद भी आपको शारीरिक दूरी व मास्क का प्रयोग करना है। इसके बाद आप 30 मिनट के लिए आब्जर्वेशन कक्ष में विशेषज्ञों की निगरानी में रहेंगी। इसके बाद अभिषेक श्रीवास्तव सहित 15 लोगों पर पूर्वाभ्यास किया गया।

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि मुझे हाई बीपी की शिकायत है

जिला महिला अस्पताल में सारी व्यवस्था मुकम्मल थी। दो बूथ बनाए गए थे। लेकिन सुबह 11 बजे तक कोई स्वास्थ्य कर्मी (जिन्हें वैक्सीन लगाई जानी है) नहीं आया। 11.10 बजे प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. माला कुमारी सिन्हा ने स्वयं पर पूर्वाभ्यास कराया। कक्ष में प्रवेश करते ही सुरक्षा कर्मी ने उनका हाथ सैनिटाइज कराया। आधार कार्ड मांगा और सूची से मिलाने के बाद अंदर प्रवेश दिया। वेरीफिकेशन व टीकाकरण का एक ही काउंटर था। वहां टीकाकरण के पूर्वाभ्यास के पूर्व वैक्सीनेटर ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी तो अधीक्षक ने कहा कि उन्हें हाई बीपी की शिकायत है। वैक्सीनेटर ने कहा कि कोई दिक्कत नहीं होगी। वैक्सीन लगने के बाद आप 30 मिनट विशेषज्ञों की निगरानी में रहेंगी। इसके साथ ही उन्हें पांच जरूरी बातें बताईं। वह दूसरे रास्ते से कक्ष से बाहर निकलीं और आब्जर्वेशन रूम में चली गईं।

84 बूथों पर आयोजित हुआ ड्राई रन

कुल 84 बूथों पर ड्राई रन आयोजित किया गया। हर बूथ पर सैनिटाइजर, मास्क व इमरजेंसी दवाओं की व्यवस्था की गई थी। हर जगह 15-15 स्वास्थ्य स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाया गया था। उन्हें लाइन में खड़ा कराकर एक-एक- व्यक्ति को अंदर प्रवेश दिया गया। हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही कक्ष में प्रवेश दिया जा रहा था। जिनके पास मास्क नहीं थे, उन्हें मास्क प्रदान किया जा रहा है।

Post a Comment

0 Comments