प्रतापगढ़ से निकलकर करते थे यूपी के हाईवे पर टायर चोरी, 15-18 हजार रूपए में बेंचते थे एक सेट टायर, आधा दर्जन जिलों में तीनों पर दर्ज हैं 15 केस

प्रतापगढ़ से निकलकर करते थे यूपी के हाईवे पर टायर चोरी, 15-18 हजार रूपए में बेंचते थे एक सेट टायर, आधा दर्जन जिलों में तीनों पर दर्ज हैं 15 केस

अज़हर अब्बास

सुलतानपुर

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में स्वाट टीम और जयसिंहपुर कोतवाली की पुलिस ने संयुक्त आपरेशन में अंतरजनपदीय टायर चोर रैकेट के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। सभी हाईवे पर ढाबे आदि के किनारे ट्रकों को निशाना बनाते और फिर ट्रक का टायर खोलकर एक सेट 15-18 हजार के रेट से मार्केट में बेचते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 41 हजार कैश, बैट्री आदि सामान बरामद किया है।

स्वाट टीम और जयसिंहपुर पुलिस ने किया अभियुक्तों की गिरफ्तारी


एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि स्वाट टीम के प्रभारी अयज प्रताप सिंह यादव और जयसिंहपुर कोतवाली के इंचार्ज बेचु सिंह यादव अपनी टीम के साथ हाइवे पर ट्रक लूटने वाले गिरोह के सदस्यों को बिरसिंहपुर हाइवे प्लांट के पास से गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से चोरी किया गया ट्रक, टायर व बैट्री बरामद हुआ है। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान ताज अली निवासी ग्राम नजियापुर थाना रानीगंज, जिला प्रतापगढ़, गुलशाद निवासी ग्राम नजियापुर, थाना रानीगंज जिला प्रतापगढ़, परवेज निवासी मुल्लापुर हवाई अड्डा, थाना कोतवाली नगर जिला प्रतापगढ़ के रुप में हुई है। तीनो ट्रक ड्राइवर हैं और इनके द्वारा अयोध्या, जौनपुर, अमेठी, रायबरेली, कौशाम्बी व आजमगढ़ में लूट और चोरी के अबतक 15 मुकदमे दर्ज हैं।



अभियुक्तों पर आधा दर्जन जिलों में दर्ज हैं 15 मुकदमें

एसपी ने बताया की पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि हम लोगो ने जनपद सुलतानपुर के थाना क्षेत्र कादीपुर, जयसिंहपुर, लम्भुआ, कोत वाली देहात व पड़ोस के जनपदों अयोध्या, जौनपुर, अमेठी, रायबरेली, कौशाम्बी व आजमगढ में लूट/चोरी की घटनाओं को अपने साथियों के साथ अंजाम दिया है। हम सभी हाईवे पर खड़े ट्रकों से रिम सहित टायर चोरी करते थे। पेट्रोल पंप-ढाबा ड्राइवरों द्वारा इसमें विश्राम के लिए खड़े किए गए ट्रकों को अपना टारगेट बनाते थे। प्रायः मध्यरात्रि बलपूर्वक ड्राइवर क्लीनर को बंधक बनाकर सामान्यतः ट्रकों को कुछ दूर ले जाकर जैक लगाकर ऐसे ट्रक में 5-6 टायर खोल लेते हैं। ऐसा करते समय अपना ट्रक साथ रखते हैं जिससे आते जाते लोगों को मरम्मत होने का आभास होता है। इससे अपराध की सबसे बड़ी समस्या घटनास्थल का निर्धारण होता है। 


ट्रकों से टायर खोलने में कुख्यात गैंग मुरादाबाद-प्रतापगढ़ आदि जनपदों में है प्रचलित

यही नही अभियुक्तों ने पुलिस को बताया कि ट्रक को बलपूर्वक ले जाने वाले स्थान से वास्तविक रूप में ट्रक खोलने वाला स्थान अलग-अलग थानो-जिलों में रखते हैं जिससे घटनास्थल की अनिश्चितता के कारण अभियोग पंजीकरण में समस्या आती है। ट्रकों से टायर खोलने में कुख्यात गैंग मुरादाबाद, प्रतापगढ़ आदि जनपदों में प्रचलित है। अधिकांश गैंग सदस्य ट्रक ड्राइवर होते हैं, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों तक जाते हैं। इसी दौरान मौका देखकर टायर खोलने का अपराध करते हैं। ऐसे चोरी किए गए टायर ढाबों, पंचर की दुकानों या अन्य ट्रक ड्राइवरों द्वारा खरीद लिए जाते हैं । पूछने पर ताज अली ने बताया कि 15-18 हजार रुपये जोड़ी की दर से बेचते हैं जबकि एक नया टायर में रिम 24-25 हजार रुपये का मिलता है।

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