रशीदा बानो की मजलिस आयोजित, जुटे तमाम दिग्गज

जौनपुर। नगर के मोहल्ला बारादुअरिया स्थित इमामबाड़ा में मरहूमा रशीदा बानो के 40वें मजलिस का आयोजन हुआ। मजलिस में सोजखानी सैय्यद शबाब हैदर  और नौहा खां सैय्यद काशिफ रजा जैदी ने किया। वहीं पेशखानी शम्सी आजाद, वहदत  जौनपुरी, तनवीर जौनपुरी ने अहलेबैत की शान मरसिया पेश किया। मजलिस को संबोधित करते हुए मौलाना सैय्यद मोहम्मद हुसैनी किब्ला मुज्जफरनगर ने कहा कि हजरत फातिमा जहरा संसार में एक आदर्श पत्नी के रूप में प्रसिद्ध है। उनके पति हजरत अली ने अपना पूरा जीवन इस्लाम के प्रचार में व्यतीत किया। हजरत फातिमा जहरा अपने हाथों से चक्की चलाकर जौ पीसती तथा रोटियां बनाती थीं। वह पूर्ण रुप से समस्त कार्यों में अपने पति का सहयोग करती थी। मोहम्मद साहब के स्वर्गवास के बाद जो भी मुसीबतें उनके पति पर पड़ीं, उन्होंने उन मुसीबतों में हजरत अली अलैहिस्सलाम के सहयोग में मुख्य भूमिका निभाई। फातिमा जहरा ने एक आदर्श मां, पत्नी तथा बेटी की भूमिका बखूबी निभाई। इसी सिलसिले को दूसरी मजलिस को मौलाना सैयद कल्बे रुशेद किब्ला दिल्ली ने मोहम्मद फातिमा अली पर फजयाल व मशाएब बयान किया। बाद खत्म मजलिस अंजुमन जाफरी रजिस्टर्ड के नौहे खाँ बल्लन खान और बाबू खां   ने अपने मकसुस अंदाज में दर्द भरे नौहे पढ़कर माहौल को गमगीन कर दिया। इस मौके पर इन्द्रभान सिंह, निखिलेश सिंह, पत्रकार कपिलदेव मौर्य, संजय अस्थाना, रामजी जायसवाल, राकेशकांत पाण्डेय, शम्भू सिंह, जय प्रकाश मिश्रा, तामीर हसन शिबू, शाकिर जैदी, इशरत हुसैन, कबीर खान, गौतम, सैय्यद जावेद रिजवी, बीरेंद्र कुमार, हसनैन कमर दीपू, मोहम्मद अबुजर, अली मंजर डेजी, असलम नकवी, जफर मसूद, प्रधानाचार्य डा. अलमदार नजर, नगर पालिका परिषद जौनपुर के पूर्व अध्यक्ष दिनेश टंडन आदि उपस्थित रहे। संचालन जमाल हसनैन नसीम और बेलाल हसनैन ने संयुक्त रूप में किया गया। अन्त में सभी के प्रति आभार सैय्यद मोहम्मद इसरार एडवोकेट, पत्रकार मेंहदी हुसैन रिजवी सामिन, वामिक हुसैन रिजवी, जमीन हुसैन समर, सैय्यद दानिश हुसैन ने प्रकट किया।

Post a Comment

0 Comments