प्रेरणाः बच्चों व अभिभावकों संग गुरूजनों ने शिक्षा जगत में लिख दिया इतिहास

जौनपुर। शिराज-ए-हिन्द सरजमीं के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाओं, छात्राओं व अभिभावकों ने बुनियादी शिक्षा जगत में नया इतिहास लिख दिया। इन सभी लोगों ने मिलकर बेटियों को प्रेरित करने व लिंगभेद रखने वाले अभिभावकों को प्रेरित करने वाली एक फिल्म निर्माण कर दिया। करीब डेढ़ घंटे की इस फिल्म में एक पैसे भी खर्च नहीं हुआ। इस फिल्म में सभी किरदार प्राथमिक विद्यालय के टीचर्स और स्टूडेंट्स ने निभायी है। पूरे पिक्चर की स्क्रिप्ट, रिकार्डिंग व एडिटिंग शिक्षक शिवम सिंह ने किया है। ‘हमार बिटिया-हमार मान’ नामक यह फिल्म शनिवार की देर शाम रिलिज होते ही सोशल मीडिया पर धूम मचा दिया है। बच्चों में अभिनय कौशल के माध्यम से कई कौशलों के विकास हेतु सिकरारा के खपरहां न्याय पंचायत के परिषदीय विद्यालय के शिक्षकों ने मिशन शक्ति पर आधारित ‘हमार बिटिया-हमार मान’ नामक फिल्म रिलीज हुई। मिशन शिक्षण संवाद के अंतर्गत बनी है जो अपने में जहाँ मिशन शक्ति को समाहित करती है, वहीं समाज की अनेक विसंगतियों को भी साथ लिये आराम से चलती नजर आती है। यह शून्य बजट की फिल्म बेसिक शिक्षा परिषद की मंशा को पूर्णरूपेण अपने साथ समेटे हुए अध्यापकों, बच्चों से अभिनीत है। क्षेत्रीय भाषा की प्रधानता लिये हमार ‘बिटिया-हमार मान’ जनपद के सिकरारा क्षेत्र के न्याय पंचायत खपरहा के बढ़ते कदम को दर्शाती है। शिक्षक समाज का अहम हिस्सा होते हैं और यह फिल्म इस बात को सिद्ध भी करती है। यह फिल्म बेसिक के ऊर्जावान शिक्षक शिवम सिंह द्वारा निर्देशित है जो मोबाइल के माध्यम से शूट करके बनाया व प्रेम तिवारी द्वारा लिखी गयी है। इसमें प्रदेश के अनेक जनपदों के शिक्षकों का अमूल्य योगदान रहा है। यह फिल्म समाज में बेटियों के प्रति आई सजगता को और बढ़ाने का प्रयास करती है तथा उनके प्रति समाज की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से भी अवगत कराती है। यह फिल्म ‘बेसिक शिक्षा परिषद’ द्वारा किये गए सफल प्रयासों की सराहना करती है तो मनीषियों का आशीर्वाद लेकर अनेक अनछुये पक्षों को बड़े आदरपूर्वक प्रस्तुत करने का प्रयास भी करती है। इस फिल्म में कोई भी पक्ष नहीं छोड़ा गया है। जैसे गरीबी, मजबूरी, विवशता, सहायता, सम्मान। ‘हमार बिटिया-हमार मान’ केवल फिल्म नहीं, बल्कि एक विचार है जिसे विश्व पटल पर देखे जाने व समझे जाने की आवश्यकता है। इस फिल्म में उठे मुद्दे समाज की हर समस्या को इंगित करते हुए शिक्षा पर अपना महत्वपूर्ण संदेश देते हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी ने शुभकामना देते हुये इसके उद्देश्य ‘समाज को एक नई दिशा दे’ की कामना किया। वहीं सिकरारा के खंड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव ने भी किरदार निभाया है। इस फिल्म की मुख्य अभिनेत्रियां दिव्या गौड़ (विद्यार्थी), निशी मिश्रा (विद्यार्थी), शिक्षिका उत्तमा चतुर्वेदी, सीमा उपाध्याय, अनम सफीर, कुसुम मिश्रा, अनीता यादव, बबिता यादव, गीता यादव (फतेहपुर) हैं तो अभिनेताओं में वीरेंद्र सिंह, मुकेश दुबे, शिवम् सिंह, राकेश सिंह, आशीष मौर्या, सुरेश यादव, रमेश यादव, रमेश सागर (बदलापुर), अखिलेश पांडेय (प्रतापगढ़), अवनीश चतुर्वेदी हैं।

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