बंद कमरे में मिला चार लोगों का शव,जान गंवाने वालों में 2 बच्चे भी,जानिए पूरा मामला
30 वर्षीय धीरज परिवार के साथ रोहिणी के नाहरपुर गांव में रहता था। वह दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) में अनुबंध पर ड्राइवर था। परिवार में पत्नी आरती (28) व दो बेटे थे। जिनमें एक तीन व दूसरा 6 साल का था। पुलिस को बृहस्पतिवार को सुबह हादसे की सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची। यहां पर कमरा अंदर से बन्द था। ऐसे में दरवाजे को तोड़ा गया तो अंदर बस ड्राइवर फंदे पर लटका हुआ था व पत्नी व दोनों बेटे बेसुध पड़े थे। पत्नी व बच्चों के गले पर चोट के निशान थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चारों को मृत घोषित कर दिया गया। धीरज रोहिणी डिपो में तैनात थे। बहरहाल, पुलिस अधिकारी मौके पर जांच कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तरी-पश्चिमी दिल्ली इलाके के शकूरपुर में रात को एक मां ने अपने दो मासूम बच्चों की हत्या कर आत्महत्या कर ली ती। मृतक महिला का नाम सविता देवी था। दोनों मासूम बच्चों में एक का नाम आदित्य था, जिसकी उम्र चार साल और छोटी बेटी नांशिका की उम्र महज 4 महीने थी। घटना की जानकारी तब लगी जब महिला के पति के रोने की आवाज सुनाई दी । दरवाजा खुलते ही घर के अंदर 3 लोगों लोग पंखे से लटके पड़े थे, जिसमें महिला और दोनों बच्चे शामिल थे। मृतक महिला के पति का नाम किशोर है, जो मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं।
0 Comments