कलयुग में मोक्ष का मार्ग है भागवत कथाः वियोगी

डोभी, जौनपुर। श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण समस्त विध्नों का नाश कर मनुष्य को सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है। कलयुग में भगवान कृष्ण की कथा मोक्ष प्राप्ति का मार्ग है। उक्त बातें डोभी क्षेत्र के हरिहरपुर में स्थित बाबा बेलनाथ मंदिर पर आयोजित भागवत कथा सप्ताह के समापन दिवस कथा मर्मज्ञ रामाश्रय शुक्ला वियोगी ने कही। श्रोताओं से भरे पंडाल में भागवत की गंगा बहाते हुए श्री शुक्ला ने कृष्ण के प्रति राधा की निष्काम भक्ति का वर्णन करते हुए कहा कि गोपियों को योग की शिक्षा देनें गये उद्धव, उनकी प्रेम दशा को देखकर स्वयं विचलित हो गये। गोपियों ने उनसे कहा कि जब से कन्हैया ब्रजमंडल को छोड़कर गये हैं, तब से निश दिन बरसत नयन हमारे। हमारी आंखों से हर वक्त इतना अश्रु बहता है कि शरीर पर बंधे यह वस्त्र कभी सूखते ही नहीं। कृष्ण बड़ा ही निर्मोही है। वह तो स्वयं लौटकर आने को कह गया था। हमारी आँखें उसके दर्शन को तरस रही हैं। प्रेम की ऐसी निष्काम भक्ति में आकण्ठ डूबने के बाद यह योग की दीक्षा हमारे किस काम की। श्रीमद्भागवत की अमृत कथा के साथ देर रात्रि तक वृहद भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रमेश दूबे, वारीन्द्र पाण्डेय, अनिल पाण्डेय, दुर्गा प्रसाद दूबे, प्रधान शिव बालक यादव, अजय, अशोक, रामसूरत, धीरज, अरुण पाण्डेय सहित सैकड़ों विशिष्टजन उपस्थित रहे।

Post a Comment

0 Comments