वेदनाओं की अभिव्यक्ति है कविताः कुलपति



जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में पूर्वांचल साहित्य महोत्सव-2021 का आयोजन गुरूवार को किया गया। इसमें उत्तर प्रदेश शासन के अनुमोदन से थीम बेस्ड लिटरेरी फेस्ट समिट के तहत ‘आत्मनिर्भर भारत एवं युवा विषय’ पर काव्य गोष्ठी आयोजित हुआ। इस दौरान कवियों को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के समापन सत्र में कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि साहित्य का समाज को दिशा देने में विशेष योगदान है। इन युवा काव्य प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इच्छाओं की तरह कविता मुक्त और त्याग की कथा है, वेदनाओं की अभिव्यक्ति भी है कविता। कुलपति ने अपनी एक रचना भी प्रस्तुत की-‘कौन सी कविता होती है पूरी, सदा रहती है अधूरी। थीम बेस्ड लिटरेरी फेस्ट में ‘आत्मनिर्भर भारत एवं युवा’ विषय पर विद्यार्थियों ने काव्य पाठ किया। बीटेक के छात्र अश्वनी ठाकुर फौजी प्रथम स्थान, गाजीपुर राजकीय महाविद्यालय की बीए की छात्रा सौम्या मिश्रा द्वितीय स्थान, श्वेता यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। आमंत्रित कवियों ने भी अपना काव्य पाठ कर खूब तालियाँ बटोरी। विश्वविद्यालय की तरफ से कवियों को सम्मानित किया गया। कवि सभाजीत द्विवेदी प्रखर को पंडित रूप नारायण त्रिपाठी सम्मान, डा. प्रमोद कुमार श्रीवास्तव अनंग को प्रेमचंद सम्मान, जनार्दन अस्थाना को श्रीपाल सिंह क्षेम सम्मान और इमरान संभल शाही को वामिक जौनपुरी सम्मान तथा डा. अमिताभ राय को कुशल संचालक सम्मान प्रदान किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, प्रो. वंदना राय, प्रो. देवराज सिंह, डा. मनीष गुप्ता, डा. मनोज मिश्र, डा. प्रमोद यादव, डा. सतीश कुमार राय, डा. विजय कुमार सिंह, डा. विजय प्रताप तिवारी, श्री प्रकाश यादव, मंगला प्रसाद यादव, आशीष जायसवाल, डा. वनिता सिंह, डा. प्रियंका सिंह, अशोक सिंह चौहान, रजनीश सिंह, प्रदीप मिश्र, प्रणिता, अनुराग मणि त्रिपाठी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम संयोजक डा. अनुराग मिश्र ने आभार व्यक्त किया। संचालन कवि डा. अमिताभ राय राजहंस ने किया।

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