प्रेमी संग मिलकर मां ने की मासूम की हत्या,प्रेम प्रसंग छिपाने के लिए की वारदात
सचिन को ये बात अखर गई। उसे लगा कि बच्ची की वजह से उसका प्रेम प्रसंग जगजाहिर हो जाएगा। दो अप्रैल को वह रेनू और आरुषि को उनके घर छोड़ने के लिए बाइक से निकला। आरोप है कि बलभद्रपुर के पास सचिन ने आरुषि की गला दबाकर हत्या कर दी और शव कुएं में फेंक दिया। वारदात को अंजाम देते वक्त रेनू भी उसके साथ थी। बाद में दोनों वापस बिबियापुर लौट आए। रेनू के घर न आने पर छिट्टन को चिंता हुई और पांच अप्रैल को वह बहू और नातिन को खोजते हुए सचिन के घर पहुंच गए। तब भी दोनों ने कुछ नहीं बताया। छह अप्रैल को जब कुएं में आरुषि की बॉडी मिली तो हाहाकार मच गया। पुलिस ने दोनों आरोपितों को पकड़कर पूछताछ की तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
तीन अप्रैल को सचिन ने खा लिया था जहर : मासूम बच्ची की हत्या के बाद सचिन को ग्लानि महसूस हुई। उसने तीन अप्रैल को जहरीला पदार्थ खा लिया, हालांकि इलाज के दौरान उसकी जान बच गई। बावजूद इसके, सचिन और रेनू आरुषि के बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं थे, डेड बॉडी मिलने के बाद उन्होंने अपना मुंह खोला।
'मासूम की हत्या के आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रेम प्रसंग में वारदात की बात सामने आई है।
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