मैं जाम में फंसा हूं,मदद कीजिए...दारोगा बोला-हमसे क्या मतलब जाकर ट्रैफिक विभाग को सूचना दो

मैं जाम में फंसा हूं,मदद कीजिए...दारोगा बोला-हमसे क्या मतलब जाकर ट्रैफिक विभाग को सूचना दो

कानपुर। हेलो भाई साहब, मैं बारादेवी चौराहे से आशीष शर्मा बोल रहा हूं। अफीम कोठी से घंटाघर की ओर जा रहा था। बीच में झकरकटी पुल के पास जाम में फंसा हूं। मदद के लिए कोई टीम भेजिए। इतना बोलने के बाद दूसरी ओर से जो जवाब आया, चौंकाने वाला था। बात करने वाले ने खुद को कचहरी चौकी प्रभारी बताते हुए कहा, तुम जाम में फंसे हो तो हमसे क्या मतलब है। ट्रैफिक विभाग को इसकी सूचना दो। जवाब सुनकर बाइक सवार हैरान रह गया, क्योंकि उसे तो ट्रैफिक हेल्प लाइन का जारी यही नंबर नोट किया था। आशीष ने दैनिक जागरण को आपबीती सुनाई। हमने पड़ताल की तो सामने आया कि यातायात विभाग की ओर से हेल्प लाइन नंबर गलत जारी हो गया था। विभाग ने गलती स्वीकार करते हुए नया नंबर जारी कर दिया है।

गलत नंबर कर दिया जारी : शहर में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद यहां यातायात को सुधारने के लिए पुलिस आयुक्त ने कमर कसी है। शनिवार को अपर पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि और डीसीपी बीबीजीटीएस मूर्थी यातायात ने प्रेसवार्ता आयोजित कर यातायात सुधार के कई प्रयासों की जानकारी दी थी। इसमें जाम की सूचना के साथ यातायात संबंधी शिकायतों के लिए हेल्प लाइन नंबर 1073 के साथ ही मोबाइल नंबर 7839863369 जारी किया गया था। रविवार को जाम में फंसने पर बाइक सवार आशीष ने फोन किया तो मोबाइल नंबर कचहरी चौकी प्रभारी शिव सिंह का निकला।

इनका ये है कहना

टाइपिंग करने में कर्मचारी से गलती हुई, जिसकी वजह से गलत नंबर प्रचारित हो गया। सही नंबर 7839863389 है। अपील है कि संशोधित नंबर पर कॉल करके जाम की सूचना दें। जरूर मदद मिलेगी।

                                                                                          बीबीजीटीएस मूर्थी, डीसीपी, यातायात 

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