खुशी की मंगल बेला में मातम का मंजर...


असहाय परिवार को ढांढस बंधाने को आगे आया शहीद फाउण्डेशन
केराकत, जौनपुर। जहाँ कोरोना काल में मानवता को शर्मसार करने वाली  घटनाएं रोजाना सामने सुनने व देखने को मिल रही थीं जिसमें मानवता अंधकार की तरफ जाती दिखाई दे रही है, वहीं मानवता की मिसाल पेश करने वाली फाउंडेशन शहीद संजय सिंह फाउंडेशन द्वारा एक असहाय परिवार की मदद क्षेत्र में काफी चर्चा का विषय है जिससे असहाय व मजबूर लोगों के लिये अंधकार से प्रकाश की ओर एक किरण नजर आ रही है। मालूम हो कि केराकत क्षेत्र के सेनापुर निवासी रविंद्र कुमार की पुत्री की सगाई 16 मई महीने में ही घर से ही कुछ परिजनों के बीच में होनी थी। अचानक 12 मई को शुगर लेवल हाई होने से रविंद्र की हालत बिगड़ गयी जिनकी इलाज के दौरान 15 मई को मृत्यु हो गई। सगाई के मंगल बेला पर ही घर में मातम का माहौल छा गया। पूरे घर की आजीविका चलाने वाले रविंद्र मेहनत मजदूरी करके अपने पूरे परिवार का लालन-पालन करते थे। पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ ऐसा टूटा कि परिवार की आर्थिक स्थिति की कमर टूट गयी। परिवार के सामने विषम परिस्थिति आकर खड़ी हो गई जो हल होती नजर नहीं आ रही थी कि ऐसे समय में शहीद संजय सिंह फाउंडेशन के संचालक व फाउंडर सुधीर सिंह ने अपने हाथ आगे बढ़ाये और रविंद्र के अंतिम संस्कार के बाद तेरहवीं संस्कार में सीमित लोगों की व्यवस्था के साथ सभी संस्कार संम्पन्न कराये। रविन्द्र के परिजनों ने फाउंडेशन के प्रति आभार व्यक्त किया।

Post a Comment

0 Comments