सऊदी अरब सरकार से जन्नतुल बकी में रौजों के पुनर्निर्माण की मांग

जौनपुर। मुसलमानों के लिए अरबी महीने शावाल की 8 तारीख शोक दिवस के तौर पर महत्वपूर्ण है। इसी दिन सऊदी अरब की सरकार ने 1926 में पूर्णतया जन्नतुल बकी मदीना में हजरत मुहम्मद की बेटी हजरत फात्मा जहरा तथा शिया मुसलमानों के दूसरे इमाम हजरत इमाम हसन चौथे इमाम हजरत इमाम जैनुल आब्दीन 5वें इमाम हजरत इमाम मोहम्मद बाकिर छठें इमाम हजरत इमाम जाफरे सादिक और पैगम्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद की पत्नियों एवं रसूल्लाह के सहाबियों की कब्रों पर बने हुए मकबरों को ध्वस्त कर दिया था। 1918 में प्रथम विश्व युद्ध के बाद अंग्रेजों ने तुर्की की खेलाफत उस्मानिया के राज्यों के टुकड़े करके कई नये देशों को जन्म दिया। उन्हीं में से एक सऊदी अरब भी है। इस देश ने मोहम्मद बिन अब्दुल वहाब नज्दी की विचारधारा को अपनाया जो मुसलमानों में वहाबी पंथ कहलाया। इस विचारधारा ने किसी भी कब्र पर मकबरों के निर्माण पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया और मक्का-मदीना तथा सऊदी अरब के अन्य शहरों में मकबरों, रौजों को ध्वस्त करना प्रराम्भ कर दिया। इसी क्रम में 8 शावाल को जन्नतुल बकी के मकबरों के ध्वस्तीकरण की याद में मजलिस, जलसा, जुलूसों का आयोजन करके सऊदी सरकार के विरोध में पूरे विश्व में प्रदर्शन किया जाता है। जौनपुर में भी मजलिस एवं जुलूस का आयोजन किया जाता है। विगत वर्ष की तरह इस साल भी कोरोना महामारी के लॉक डाऊन की वजह से कार्यक्रमों का आयोजन नहीं हो पाया परन्तु मुस्लिम समाज विशेषकर शिया मुसलमानों के शैक्षणिक संस्थाओं, धार्मिक सामाजिक संगठनों, मातमी अन्जुमनों ने सऊदी सरकार के विरोध में अपना विरोध दर्ज कराया। इसी क्रम में हुसैनी फोरम इन्डिया के अध्यक्ष सैय्यद मोहम्मद हसन, राष्ट्रीय संयोजक इकबाल खां, महासचिव तहसीन अब्बास, सचिव सैय्यद अहसन रिजवी नजमी, समाजसेवी शेख अली मंजर डेजी, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सैय्यद परवेज हसन, सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा, अली औन सैय्यद शाहिद रिजवी, तालिब रजा शकील एडवोकेट, सैय्यद नासिर हुसैन एडवोकेट, सैय्यद असलम नक्वी, मोहम्मद नासिर रजा, आसिफ आब्दी इत्यादि ने भी सऊदी अरब सरकार से जन्नतुल बकी के रौजों के पुनर्निर्माण की मांग किया। इसी क्रम में हुसैनी फोरम इंडिया की महिला शाखा ने भी फातिमा जहरा के रौजे के पुनः निर्माण की मांग किया। शेख नूरुल हसन मेमोरियल सोसायटी के कार्यालय में जन्नतुल बकी के रौजों के पुनर्निर्माण के लिए विशेष दुआ की गई। सोसायटी के प्रबंध सचिव ए.एम. डेजी ने कहा कि हम सबने मिलकर यह दुआ किया कि अल्लाह जन्नतुल बकी के मकबरों के पुनर्निर्माण का मार्ग जल्द से जल्द प्रशस्त करे।

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