अहिल्याबाई होलकर को शासनकाल में ही प्रजा ने देवी मान लिया थाः शरतेन्दु

धूमधाम से मनायी गयी होलकर जी की 296वीं जयंती
जलालपुर, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के हरीपुर गांव में बसपा नेता शरतेन्दु विकास पाल के आवास पर राजमाता अहिल्याबाई होलकर जी की 296वीं जयंती परिवार के बीच लॉक डाउन, सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए धूमधाम से मनायी गयी। उक्त मौके पर बसपा नेता शरतेन्दु विकास पाल ने कहा कि राजमाता जी ने अपने शासनकाल में अनेकों घाटों, धर्मशालाओं, मंदिरों का निर्माण व जीवर्णोध्दार किया जिसके वजह से शासनकाल में ही प्रजा ने देवी मान लिया था। उनके त्याग, समर्पण व वीरता की गाथा राज्य क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण भारतवर्ष में था। उन्होंने बताया कि अहिल्याबाई जी हताश हुई परंतु प्रजा हित के लिए उन्होंने स्वयं को संभाला और सफल दायित्वपूर्ण राज संचालन करते हुए 13 अगस्त 1795 को नर्मदा तट पर स्थित महेश्वर के किले में भारतीय इतिहास में अपना नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित करवाकर सदैव के लिए महानिद्रा में सो गई। इस अवसर पर प्रेमशीला पाल, प्रवीण पाल, अभिषेक, कमला पाल, सुजीत प्रजापति, बरकत अली, रोहित पाल, मोनू पाल, लकी पाल, मंगेश पाल, अमन पाल, दृष्टि पाल, विटू पाल, आनन्द पाल, चंद्रशेखर पाल, गुड़िया पाल, सुशीला पाल आदि उपस्थित रहे।

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