तो क्या नीलम सिंह को रोक पाएगी सपा

तो क्या नीलम सिंह को रोक पाएगी सपा
बस दो दिन बाद होगा ज़िला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी का फैसला
जौनपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी का फैसला 2 दिन बाद होना है। ऐसे में भाजपा से बागी पूर्व सांसद हरिवंश सिंह की बहू नीलम सिंह जीत की ताल ठोक रही हैं, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती समाजवादी पार्टी की निशी यादव हैं। जिला पंचायत सदस्य का चुनाव होने के बाद समाजवादी पार्टी लगातार 45 से 50 सदस्य जीतने की बात कर रही है। वहीं, नीलम सिंह भी 60 सदस्यों की परेड कभी भी करा लेने का दावा कर रही हैं। फैसले की तारीख 3 जुलाई नज़दीक आते-आते नीलम सिंह की तैयारियों ने फ़िज़ा भी बदल रखी है। मैराथन सम्पर्क और सदस्यों को अपने पाले में रखने की कोशिशें भी रंग लाने लगी हैं। राजनीतिक जानकार अब उनकी जीत के दावे करने लगे हैं। कहा ये भी जा रहा है कि भाजपा के धुरंधरों ने अपना आशीर्वाद दे दिया है।
वार्ड नंबर 16 से नीलम सिंह ने जीत हासिल की तो एक सुर में सभी ने कहना शुरू कर दिया जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी भाजपा के खाते में जाएगी। वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी नतीजे आने के बाद दावा किया कि करीब 45 से 50 सदस्य समाजवादी विचारधारा के जीते हैं। हालांकि समाजवादी पार्टी ने किसी को भी अपने बैनर तले चुनाव नहीं लड़ाया था। नामांकन के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष कुर्सी के लिए इन दोनों के अलावा धनंजय सिंह की पत्नी श्री कला सिंह और भाजपा-अपना दल गठबंधन की रीता पटेल भी मैदान में हैं। हालांकि भाजपा में बगावत के बाद रीता पटेल की जीत संभव नहीं दिख रही है। जबकि नीलम सिंह एंड कंपनी लगातार 60 से अधिक सदस्यों के अपने पाले में होने का दावा कर रही है। उनका साफ कहना है उनकी जीत पक्की है। हालांकि समाजवादी पार्टी ने भी 45 से 50 सदस्य अपने बताए हैं । जीत के लिए भी वह भी ताल ठोक रहे हैं। इन दोनों के बीच श्रीकला सिंह की दावेदारी को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि नीलम सिंह की इतनी बड़ी जीत के दावे को समाजवादी पार्टी की निशी यादव, श्रीकला सिंह या रीता पटेल में से कौन मिथ्या साबित कर सकता है।

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