किसी को सलाम करना इबादत में शुमार है : मौलाना ज़रगाम हैदर

किसी को सलाम करना इबादत में शुमार है : मौलाना ज़रगाम हैदर

जौनपुर । नगर के चितरसारी मोहल्ले में वरिष्ठ समाजसेवी मरहूम हाजी सैय्यद कैसर रजा की तरहीम की मजलिस का आयोजन किया गया ।
मजलिस में सोजख्वानी ज़ोहरकैन व उनके हमनवा किया, पेशखानी जनाब रजी बिस्वानी ने किया ।   मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना ज़रगाम हैदर रिज़वी कौशम्बी ने कहा कि सलाम करने की फ़ज़ीलत बयान किया और शैतान सलाम करने से कितना नाराज होता है । सलाम इबादत का नाम है ,सलाम का हिसाब किताब होगा । उन्होने कहा अगर कोई मोमिन दुसरे मोमिन को सलाम करता है तो शैतान चीख मारकर रोता है । शैतान तो सिर्फ बहकाने के लिए और एक दुसरे के दिल मे बुग्ज़ डालने के लिए बैठा है । शैतान ने बूतो की कसम नही खाई बल्कि उसने अल्लाह की कसम खाई है ।
मजलिस के बाद अंजुमन असगरिया  पुरानी बाजार ने नौहा व मातम किया। इस मौके मौलाना सफदर हुसैन ज़ैदी  ,मौलाना अहमद अब्बास रिज़्वी  ,मौलाना मरगूब आलम ,मौलाना असिफ ,मौलाना आसिफ खा , मो0 रजा ,ज्ञान  कुमार ,वेक़ार खा , आरिफ हुसैनी पत्रकार , हसनैन क़मर दीपू ,एडवोकेट इसरार , शाहिद मेंहदी आदि  मौजूद रहे। अंत मे सैय्यद सलमान रजा व इरफान रजा ने तमाम मोमनीन का शक्रिया अदा किया ।

Post a Comment

0 Comments