अधुरे सेतु निर्माण कार्य को पूर्ण कराने की मांग को लेकर कांग्रेसजनों ने किया धरना-प्रदर्शन

जौनपुर। बेलांव-पराऊगंज सम्पर्क मार्ग के बीच गोमती नदी पर बनने वाले बीरमपुर-भडे़हरी सेतु का निर्माण कार्य वर्ष 2010-11 में प्रारम्भ हुआ। उसी के साथ मई-पसेवां घाट सेतु, अखड़ो देवी घाट सेतु व धनेजा घाट सेतु का भी निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ। इस पर कई बार रिवाइज स्टीमेट भी आया लेकिन 10 वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य पुरा नही कराया जा सका। सेतु निर्माण के अधुरे पडे़ कार्य को पूरा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस नेता विकास तिवारी ने वर्ष 2016 में क्षेत्रीय जनों के सहयोग से फरियाद सुनो सरकार के नारे के साथ सत्याग्रह प्रारम्भ करते हुये लम्बी पदयात्रा निकाली। उस दौरान काफी क्षेत्रीय लोगों द्वारा जल में खड़ा होकर सेतु निर्माण कार्य अतिशीघ्र पूरा कराने की मांग गयी तथा सम्बन्धित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व जिले के मंत्री गिरीश चन्द्र यादव को पत्रक देकर जनता की समस्या को देखते हुए अतिशीघ्र पुल निर्माण का कार्य पूरा कराये जाने की मांग की गयी जिस पर जफराबाद विधायक हरेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा विधानसभा में प्रश्न भी उठाया गया। सेतु निर्माण के लिए विकास तिवारी की अगुवाई में क्षेत्रीय जनता द्वारा 19 अगस्त 2019 को बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट में जनपद के 4 प्रमुख अधूरे पड़े पुलों के निर्माण के लिए मौन प्रदर्शन किया गया। साथ ही 19 नवम्बर 2019 को प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश सरकार नितिन रमेश गोकर्ण का घेराव कर ज्ञापन के माध्यम से 10 वर्षों से अधूरे पड़े पुल निर्माण कार्य को पूरा कराने की मांग किया। प्रमुख सचिव ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों को मौके पर ही तलब करके उक्त सभी पुलो के संदर्भ में जानकारी लिया। साथ ही रिवाइज स्टीमेंट भेजने की बात कहते हुये अतिशीघ्र पुल निर्माण कार्य पूरा कराने का आश्वसन दिया। उक्त पुल के निर्माण के संदर्भ में विकास तिवारी के ही नेतृत्व में क्षेत्रीय जनता सेतु निर्माण की मांग को लेकर 26 नवम्बर 2019 को जनपद में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में आये आयुक्त ग्राम विकास एवं नोडल अधिकारी के. रविन्द्र नाईक से मिलकर शिकायत किया जिस पर उन्होंने अतिशीघ्र पुल निर्माण कार्य पूरा कराने का भरोसा दिया। परिणाम के रूप में जिले के उक्त सभी अधूरे पडे़ पुलों के पुनरीक्षित आगणन के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली जिसे आंदोलनरत लोगों ने क्षेत्रीय जनता के संघर्ष की जीत बताया। बीरमपुर-भड़ेहरी घाट सेतु निर्माण कार्य पर माह 12/2017 तक रूपया 924.38 लाख व्यय कर भौतिक प्रगति 60 प्रतिशत प्राप्त कर लेने का दावा करने वाला सेतु निर्माण विभाग 27 मार्च 2020 को मूल स्वीकृत लागत रूपया 994.54 लाख की जगह 1596.82 लाख रूपया धनराशि प्राप्त करने के एक वर्ष से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी पुल का निर्माण कार्य पुरा नहीं कर पायी है। आज भी पुल का भौतिक अवलोकन करने से यही लगता है कि पुल का 50 प्रतिशत ही निर्माण हो पाया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विकास तिवारी की अगुवाई में वीरमपुर-भडेहरी घाट पर पहुंचकर एक दिवसीय धरना दिया जिसमें भारी संख्या में ग्रामीण भी सम्मिलित हुए। धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए श्री तिवारी ने कहा कि पुल निर्माण की लागत में सरकार द्वारा भारी वृद्धि घ्कर दी गयी है लेकिन फिर भी निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। जिम्मेदार लोग जनता की कमाई से बनने वाले पुल के पैसे में बंदरबाट कर रहे हैं तथा एक साजिश के तहत जान-बूझकर पुल निर्माण में विलम्ब किया जा रहा है। जल्द ही कांग्रेस जिला मुख्यालय पर इस भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी जो काम 10 करोड़ में पूरा हो जाना चाहिए था। आज उसी काम के लिए लगभग 16 करोड़ रूपए अवमुक्त हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत गया है लेकिन फिर भी पुल निर्माण का कार्य पूरा नहीं है। कार्यदायी संस्थान द्वारा सरकारी धन का भारी गमन किया गया है जिसकी जांच होकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाही होनी चाहिए। सरकार कहती है कि 3 वर्ष से ज्यादा कोई भी निर्माण कार्य लम्बित नहीं रहेगा लेकिन यह पुल निर्माण कार्य 10 वर्षों से लंबित है जिसकी सुधि सरकार नहीं ले रही हैं। उक्त प्रदर्शन में सूरज सिंह, अनिल सोनकर, डा.सन्तोष गिरि, आकाश सिंह, लालता चौधरी, आजाद कुरैशी, आशीष यादव, राम प्रवेश, राम आशीष यादव, डा. संतोष कन्नौजिया, अशोक शुक्ला, बृजेश चौबे, अंकित सिंह, अमित सिंह, संतोष विश्वकर्मा, मदन सिंह, निशांत सिंह, किशन सिंह, सुमित सिंह, कुलदीप यादव, रविशंकर गुप्ता, संतोष नागर, विवेक यादव, कृष्ण कुमार, संतोष कुमार, किशन विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।

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