जौनपुर भारतीय संस्कृति और सभ्यता पूरे विश्व में अनूठी मानी जाती है यहां लोग अपने बड़े बुजुर्गों का यथोचित सम्मान करने के कारण हमेशा से पूजनीय रहे हैं। वही कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अपने माता पिता को बोझ समझकर वृद्ध आश्रम में छोड़ आते हैं। जहां उनकी देखभाल सरकारी खर्चे पर होती है लेकिन उन्हें उचित मान सम्मान नहीं मिल पाता है। आज फिर एक बार जरूरत है अपने बुजुर्गों माता पिता की सेवा और सम्मान की तभी हम आगे बढ़ सकते हैं। कुछ लोगों द्वारा एक बार फिर पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हुए वृद्धा आश्रम में मौजूद बुजुर्ग लोगों की सेवा की जा रही है ।अब लोगों को अपना जन्मदिन हो या अपने माता-पिता का जन्मदिन हो उनके साथ व्यतीत करना चाहते हैं जिससे उन्हें सुख और शांति की अनुभूति होती है। ऐसे में जनपद के प्रेमराजपुर में बने हैं वृद्धा आश्रम में पहुंचकर नगर के कालीकुत्ती निवासी स्वर्गीय चंद्र देव सिंह के बेटे और बहू ने अपने पिता के जन्मदिन के अवसर पर वृद्धा आश्रम में पहुंच कर अपने पिता का जन्मदिन उन लोगों के साथ मनाया साथ ही वृद्ध जनों को खाने पीने के लिए भी फल मिष्ठान व अन्य सामानों का वितरण किया।पोती मानसी सिंह व बेटे मायाशंकर का मानना है कि इनकी सेवा करके हम अपने पिता को सच्ची श्रद्धांजलि दे रहे हैं हर व्यक्ति को अपने माता-पिता की सेवा करनी चाहिए बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। जिससे कि आने वाली पीढ़ियां इससे सबक लेते हुए अपने माता पिता को अपने साथ रखें और उनकी सेवा करें जो हमारी भारतीय संस्कृति और परंपरा रही है।
इस दौरान परिवार के सभी सदस्यों ने आश्रम में उपस्थित सभी जनों को अपने हाथों से सामान वितरण किया।
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