दिनकर ने महाभारत को नये दृष्टिकोण से किया चित्रितः कुलपति

जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में अनुवाद और उत्कृष्टता केंद्र जनसंचार विभाग, भारतीय भाषा संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ एवं सांस्कृतिक परिषद द्वारा राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर नमन राष्ट्रकवि विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्वतंत्रता के पूर्व क्रांतिकारी कवि थे और स्वतंत्रता के बाद राष्ट्रकवि बने। उन्होंने कहा कि अपनी प्रतिष्ठित रचना रश्मिरथी में दिनकर जी ने महाभारत की पूरी घटना को युगबोध के साथ जोड़ा और एक नये दृष्टिकोण से चित्रित किया। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि जन-जन में राष्ट्र भावना को जागृत करने में दिनकर जी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम का संचालन संयोजक एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष डा. मनोज मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डा. रसिकेश ने किया। इस अवसर पर प्रो. मानस पांडेय, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. वंदना राय, प्रो. देवराज, प्रो. राम नारायण, डा. राजकुमार, डा. प्रमोद यादव, सहायक कुलसचिव बबीता, डा. गिरधर मिश्र, डा. एसपी तिवारी, डा. श्याम कन्हैया सिंह, डा. केएस तोमर, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. चंदन सिंह, डा. पुनीत धवन, लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, डा. पीके कौशिक, रजनीश सिंह, अशोक सिंह, धीरज श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

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