पति की लंबी उम्र के लिए सुहाग नो ने रखा तीज का व्रत



               भाद्र पक्ष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाने वाले हरितालिका तीज का त्योहार सुहागिनों ने बड़े धूमधाम के साथ मनाया हरितालिका तीज का व्रत रखने के लिए सुहागन सोना या चांदी का कोई एक सामान खरीदती है। चाहे वह पैर की बिछिया ही क्यों न हो। खरीदारी को लेकर बाजार में काफी चहल-पहल देखने को मिली।भाद्र पक्ष माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाए जाने वाले हरितालिका तीज का व्रत सुहागन और कुंवारी कन्या दोनों ही रखती हैं।

इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव की प्राप्ति के लिए माता पार्वती ने इस व्रत को रखा था। कहा जाता है कि इस त्योहार के दिन सुहागन महिलाएं जहां अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है वही कुंवारी कन्या मन चाहे पति की प्राप्ति के लिए व्रत रखती हैं
इस दिन कुंवारी और सुहागन दोनों ही हाथों में मेंहदी और श्रृंगार कर माता पार्वती को साड़ी और भगवान शिव को धोती अर्पित है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को निष्ठा से रखने वाली कुंवारी कन्या को मन चाहा पति की प्राप्ति होती है, वहीं सुहागन के पति की आयु बढ़ जाती है। इसका व्रत सुहागन और कुंवारी कन्याएं प्रात: काल से रहती हैं और शाम को भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा कर पारन करती है। व्रत में प्रयुक्त होने वाले सामानों की खरीदारी को लेकर बाजारों में सुबह से लेकर शाम तक महिलाओं की भारी भीड़ उमड़ी रही।

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