मन शुद्धि का सर्वोत्तम उपाय है भागवतः शिवांगी किशोरी

सिकरारा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के नवदुर्गा शिव शक्ति समिति द्वारा बढ़ौना गांव के हनुमान तारा मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन रविवार को भारतवर्ष की सबसे छोटी कथा वाचिका शिवांगी किशोरी ने कहा कि भागवत सभी पुराणों का तिलक है। भागवत मानव जीवन में आने वाले आधिदैविक, आदिभौतिक और आध्यात्मिक रूपी त्रिविध तापों का नाश करती है। भागवत कथा मंदाकिनी में स्नान करने से मनुष्य के सभी पाप, ताप और संताप दूर हो जाते हैं। मन शुद्धि का सर्वोत्तम उपाय भागवत है। कथा व्यास ने कहा कि राक्षस राज राजा बलि बहुत ही दानी प्रवृति के थे। भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर स्वयं उनके दान शीलता की परीक्षा ली और दो पग में तीनों लोक को माप लिया था। तीसरे पग में राजा बलि भगवान के समक्ष खुद लेट गए थे। कथा सुनने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर कथा का रसपान कर रहे हैं। कथा के संयोजक राजाराम वैश्य ने आयोजक मंडल के सदस्यों के साथ कथा के उपरांत भगवान की आरती करते हुये प्रसाद का वितरण किया। इस दौरान आयोजक भूपाल सिंह, सर्वेश सिंह, अरुण मौर्य, शैलेश उपाध्याय, अभिषेक श्रीवास्तव, शशि सिंह, विकास सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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