जानिए क्यों फिर सुर्खियों में आया IAS, PCS अफसरों का गांव माधोपट्टी

(सोहराब अंसारी)

जौनपुर - जिले का माधोपट्टी गांव में शिक्षा की रोशनी भरपूर है, इस गांव की मिट्टी से अब तक चार दर्जन से अधिक आईएएस ,पीसीएस अफसर पैदा हुए है, इसके बाद भी इस उपजाऊ धरती पर मूलभूत सुविधाओं का टोटा है। गांव में मुख्य मार्गो से बस्तियों में जाने के लिए सड़क न होने से बारिश के समय यह गांव किसी पिछड़े इलाके की याद दिला देती है। ढ़ाई तीन सौ से अधिक लोग घुटने भर पानी से होकर गुजरते है, शिक्षा के मंदिर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं और शिक्षिकाएं कड़ी मशकत के बाद स्कूल पहुंच पाती है, यदि कोई विमार हो गया तो उसे खाट पर लादकर अस्पताल ले जाया जाता है, ग्रामीणों को जहां अपने गांव के होनहार अफसरों से मलाल है वही इस क्षेत्र के जनप्रनिधियों ने उन्हे छलने का काम किया है, अब इस गांव के लोगो रोड नही तो वोट नही का बैनर लगा दिया। 
जौनपुर मुख्यालय से 6 किलोमीटर दूर माधोपट्टी गद्दीपुर गांव की देश-दुनिया में पहचान अफसरों वाले गांव के नाम से है। अब इस गांव की एक और पहचान बनती जा रही है। दरअसल, 47 अफसर देने वाला गांव विकास से कोसों दूर है, चलने के लिए लोगों के पास सड़क तक नहीं है, गांव से बाहर जाता रास्ता कच्चा है। बरसात में और भी ज्यादा बुरा हाल हो जाता है, बच्चों के स्कूल की भी अच्छी व्यवस्था नहीं है।

माधोपट्टी गद्दीपुर क्षेत्र में जगह जगह पर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगा हुआ है। यहां के हालात ऐसे हैं कि अधिकारियों के गांव में स्थित प्राइमरी स्कूल जाने के लिए भी पगडंडियों से होकर जाना पड़ता है। रोड न होने की वजह से आक्रोशित ग्रामीणों ने इस बार वोट न देने का मन बना लिया है, उनका कहना है कि कई बार प्रशासन से रोड के लिए कह चुके हैं, लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई।

इस गांव के इंदू प्रकाश सिंह का 1952 में आईएएस की दूसरी रैंक में सलेक्शन हुआ। आईएएस बनने के बाद इंदू प्रकाश सिंह फ्रांस सहित दुनिया के कई देशों में भारत के राजदूत रहे। 

2013 की परीक्षा के रिजल्ट में इस गांव की बहू शिवानी सिंह ने पीसीएस परीक्षा पास की। गांव के ही अन्मजेय सिंह विश्व बैंक मनीला में, डॉक्टर नीरू सिंह, लालेंद्र प्रताप सिंह वैज्ञानिक के रूप में भाभा इंस्टीट्यूट में तो ज्ञानू मिश्रा इसरो में सेवाएं दे रहे हैं।

राममूर्ति सिंह, विद्याप्रकाश सिंह, प्रेमचंद्र सिंह, पीसीएस महेंद्र प्रताप सिंह, जय सिंह, प्रवीण सिंह और उनकी पत्नी पारुस सिंह, रीतू सिंह, अशोक कुमार प्रजापति, प्रकाश सिंह, संजीव सिंह, आनंद सिंह, विशाल सिंह और उनके भाई विकास सिंह, वेदप्रकाश सिंह, नीरज सिंह पीसीएस अधिकारी बने। 

इसके अलावा इस गांव के अमिताभ सिंह, डिप्टी डायरेक्टर जनरल, भारतीय डाक विभाग कल्पना सिंह, डिप्टी डायरेक्टर जनरल, डिपार्टमेंट ऑफ टेली कम्युनिकेशन यशस्वी सिंह. IAS पंजाब कैडर विशाल विक्रम सिंह, एडिशनल एसपी, एसटीएफ प्रवीण कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी, प्रयागराज मधुलिका सिंह, लेखाधिकारी, प्रयागराज शिवानी सिंह, ACM विकास प्राधिकरण, प्रयागराज

Post a Comment

0 Comments