अहंकार से रावण की जल गयी सोने की लंकाः त्यागी महाराज


बदलापुर, जौनपुर। स्थानीयक्षेत्र के मल्लूपुर सोनचिरैया स्थित मंगला माता मंदिर पर शरद पूर्णिमा से चल रहे भव्य महायज्ञ के पश्चात रामकथा में माता सीता को अशोक वाटिका में व्यथित देख हनुमान द्वारा अंगूठी गिराने का वर्णन करते हुए प्रयागराज के महामण्डलेश्वर त्यागी बालक दास जी महाराज ने कहा कि हनुमान को देख माता सीता चकित हो गयीं। हनुमान जी ने हाथ जोड़ माता सीता को प्रणाम करते हुये कहा कि माता जी मैं राम का दूत हूं। प्रभु श्री रामजी ने आपका पता लगाने के लिए हमें भेजा है। मां सीता के पूछने पर हनुमान ने राम-सुग्रीव मिलन, बाली वध आदि सारी कथा बताते हुये सशंकित माता को अपने विशाल काय शरीर को दिखाया। हनुमान ने कहा कि माता भूख लगी है। आदेश मिलते ही हनुमान ने रावण की बगिया नष्ट कर अहंकारी रावण की सोने की लंका को जला दिया। कथा में उपस्थित भक्तों की आंखें छलक पड़ीं। इस अवसर पर मंगला माता मंदिर के पुजारी राज किशोर पांडेय, सत्य प्रकाश पांडेय, अनिल पांडेय, अरविंद यादव, भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सिकन्दर मौर्य सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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