विधि-विधान से पूजे गए भगवान चित्रगुप्त

विधि-विधान से पूजे गए भगवान चित्रगुप्त

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, 5680 पूर्वी उ.प्र. के सदस्यों ने रुहट्टा स्तिथ चित्रगुप्त मंदिर में विधि-विधान से किया पूजा।

जौनपुर। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा 5680 पूर्वी उ.प्र. के प्रदेश महामंत्री/जिलाध्यक्ष राकेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में कायस्थ समाज ने रुहट्टा स्तिथ श्री चित्रगुप्त मंदिर में एकत्रित होकर भगवान चित्रगुप्त की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर हवन पूजन किया। उपस्तिथ कायस्थ समाज को संबोधित करते हुए राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त परम पिता ब्रह्मा जी के दिव्य अंश है, पाप पुण्य के अनुसार न्याय करने वाले न्यायकर्ता यमराज भी चित्रगुप्त महाराज के आज्ञा पालक है। चित्रगुप्त एक प्रमुख हिन्दू देवता है, उन्हें न्याय का देवता माना जाता है। प्रत्येक कायस्थ को भगवान चित्रगुप्त की फ़ोटो अपने घर मे रखनी चाहिए।
संरक्षक शरद श्रीवास्तव एडवोकेट ने कहा कि भगवान चित्रगुप्त के हाथों में कर्म की किताब व कलम दवात है। यह कुशल लेखक है और इनकी लेखनी से जीवों को उनके कर्मों के हिसाब से न्याय मिलता है। संरक्षक द्वय डॉ एन.के. सिन्हा ने उपस्थित चित्रांश बन्धुओ को संबोधित करते हुए कहा कि चित्रगुप्त महाराज बुद्धि, विवेक और ज्ञान के प्रदाता है, जिस प्रकार शनिदेव सृष्टि के प्रथम दण्ड अधिकारी है उसी तरह भगवान चित्रगुप्त सृष्टि के प्रथम न्यायाधीश है।
इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे।
इस अवसर पर संगठन मंत्री श्याम रतन श्रीवास्तव, युवा अध्यक्ष संजय अस्थाना, दयाशंकर निगम, संजीव श्रीवास्तव, सरोज श्रीवास्तव, शशि श्रीवास्तव, अखिलेश श्रीवास्तव, नगर अध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव, सचिन श्रीवास्तव, नवनीत श्रीवास्तव, विजय श्रीवास्तव, अमित निगम, राम मोहन श्रीवास्तव, राजन वर्मा, प्रदीप श्रीवास्तव डीओ, साहिल श्रीवास्तव, प्रदीप अस्थाना, अजय आनंद, राकेश श्रीवास्तव चुन्नू, जय आनंद, अवधेश श्रीवास्तव, विनोद कुमार श्रीवास्तव एडवोकेट, ऋषिकेश श्रीवास्तव, अमन श्रीवास्तव, श्री चित्रगुप्त सभा के अध्यक्ष रमेन्द्रनाथ श्रीवास्तव, महासचिव श्यामलकान्त श्रीवास्तव एवं अन्य चित्रांश बंधु उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन महासचिव सुरेश अस्थाना ने किया।

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