टेस्ट ड्राइव के नाम पर लोहिया संस्थान के कर्मचारी का अपहरण,72 घंटे बाद भी सुराग नहीं

टेस्ट ड्राइव के नाम पर लोहिया संस्थान के कर्मचारी का अपहरण,72 घंटे बाद भी सुराग नहीं

लखनऊ। लोहिया संस्थान के कर्मचारी श्रीराम यादव की कार सफेदाबाद में सड़क किनारे लावारिश मिली है। हालांकि श्रीराम कहां हैं, इसके बारे में पुलिस अभी तक कुछ पता नहीं लगा सकी है। मंगलवार को संस्थान परिसर में पीडि़त परिवार ने कार्रवाई न होने का आरोप लगाकर प्रदर्शन किया। वहीं कर्मचारियों ने संस्थान की निदेशक का घेराव कर नारेबाजी भी की। इंस्पेक्टर विभूतिखंड का कहना है कि कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।

श्रीराम की पत्नी संगीता का आरोप है कि पुलिस उनके पति की तलाश में शुरू से हीलाहवाली कर रही है। कार लावारिश मिलने से रहस्य गहरा गया है। लोग तरह तरह की चर्चा कर रहे हैं और अनहोनी की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस ने श्रीराम को फोन करने वाले युवकों की काल डिटेल निकलवाई है, जिसके जरिए उन तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। कार सफेदाबाद कौन लेकर गया था और श्रीराम कहां हैं, इसको लेकर अभी संशय बना हुआ है। संगीता के मुताबिक उनके पति अपनी कार बेचना चाह रहे थे। शनिवार को उनके पास अंजान नंबर से फोन आया था।

फोन करने वाले ने गाड़ी खरीदने की बात कही और श्रीराम को साथ लेकर टेस्ट ड्राइव पर चले गए। तब से श्रीराम वापस नहीं आए हैं। संगीता ने शनिवार देर रात में ही विभूतिखंड थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। मंगलवार को संस्थान के कर्मचारियों ने कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई और धरना दे रहे पीडि़त परिवार का समर्थन किया। कर्मचारियों ने लोहिया संस्थान की निदेशक का घेराव किया और नारे लगाए। संस्थान की निदेशक ने पुलिस से जल्द श्रीराम को सकुशल बरामद करने के संबंध में बात की है।

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