व्यक्ति नहीं, विचारधारा का नाम है चौधरी चरण सिंहः डा. सत्येन्द्र


जौनपुर। राष्ट्रीय लोकदल द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के मसीहा स्व. चौधरी चरण सिंह की 119वीं जयंती सिंचाई विभाग स्थित डाक बंगले पर जिलाध्यक्ष डा. सत्येन्द्र सिंह के नेतृत्व में किसान दिवस के रूप में मनाई गई। इस मौके पर सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष डा. सत्येन्द्र सिंह ने पार्क में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित किया जिसके बाद आयोजित किसान गोष्ठी में डा. सिंह ने कहा कि प्रगतिशील विचारधारा व बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। चौधरी चरण जी का जन्म 23 दिसम्बर 1902 को गाजियाबाद जिले के नूरपुर गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन गांव के गरीब, पिछड़े व किसानों के लिए समर्पित कर दिया। स्वतंत्रता सेनानी से लेकर देश के विभिन्न राजनीतिक पदों से होते हुए प्रधानमंत्री तक बने। चौधरी साहब ने ही भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद किया। साथ ही आह्वान किया कि भ्रष्टाचार का अन्त ही देश को आगे ले जा सकता है, इसलिए देश के लोग मानते रहे कि चौधरी साहब एक व्यक्ति नहीं, बल्कि विचारधारा का नाम है। उनकी नीतियों एवं विचारों को जन-जन तक पहुंचाने में ही चौधरी साहब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इसी क्रम में प्रदेश महासचिव राम आसरे विश्वकर्मा ने चौधरी साहब के जीवन के संघर्षों को विस्तार से बताते हुये चौधरी साहब को भारत रत्न देने की मांग किया। इस अवसर पर प्रदेश सचिव सुनील सिंह, नागेन्द्र यादव, डा. एसए रिजवी, एसबी पाल, प्रदीप तिवारी, शमशेर अली, मो. जुम्मन, ऊधम सिंह यादव, जिलाजीत यादव, अवध लाल यादव, विनय यादव, डा. भरत यादव, दयाराम चौहान, अमरेन्द्र श्रीवास्तव, उपेन्द्र श्रीवास्तव, अशोक प्रधान, विनोद यादव आदि उपस्थित रहे। गोष्ठी का संचालन डीआर यादव ने किया।

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