रचनाकार अपने अन्दर द्रष्टाभाव भी रखेः राघवेश अस्थाना


सिद्दीकपुर, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सोमवार को मीडियाः वीडियो संपादन कला एवं रोजगार की संभावनाएं विषय पर कार्यशाला का आयोजन हुआ। यह आयोजन कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य की प्रेरणा से किया जा रहा है। यह कार्यक्रम जनसंचार विभाग और कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के सहयोग से किया गया। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि सिनेमा की दुनिया में एक कुशल रणनीतिकार एवं वर्तमान में मितवा टीवी के प्रबंध निदेशक राघवेश अस्थाना ने कहा कि एक रचनाकार को अपने अंदर द्रष्टाभाव भी रखना चाहिए। सम्पादन व कला है जो दर्शक और पाठक को बांधे रखती है। मितवा टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविनाश राज ने कहा कि मीडिया में रोजगार के अवसर बहुत हैं। सफल वही है जो एंबीशन (उद्देश्य) छोड़कर गोल (लक्ष्य) पर ध्यान रखता है। इसके लिए अपनी रूचि के अनुसार विषय का सेलेक्शन करना होगा। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रबंध अध्ययन संकाय के पूर्व संकाय अध्यक्ष प्रो. मानस पांडेय ने कहा कि किसी भी कला को सीखने के लिए उम्र को बाधक नहीं बनाना चाहिये। स्वागत भाषण कार्यक्रम के आयोजन सचिव डा. संजीव गंगवार और अतिथियों का परिचय डा. अवध बिहारी सिंह और मनोज यादव ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डा. रसिकेश और धन्यवाद ज्ञापन कार्यशाला संयोजक डा. सुनील कुमार ने किया। कार्यक्रम में मितवा टीवी की प्रोडक्शन टीम के रोशन शशांक और आदर्श सिंह भी थे। इस अवसर पर प्रो. देवराज सिंह, प्रो. अशोक श्रीवास्तव, प्रो. अजय द्विवेदी, डा. सुशील कुमार, डा. धीरज चौधरी, डा. गिरिधर मिश्र, डा. पुनीत धवन, डा. अशोक यादव, डा. दिव्यंदू, करुणा निराला, आननद सिंह, पंकज सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित थे।

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