अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं सद्गुरुः राममोहन


चौकियां धाम, जौनपुर। शीतला चौकियां धाम में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा अमृत वर्षा के पांचवें दिन महाराष्ट्र से पधारे राममोहन जी महाराज ने कहा कि सद्गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाते हैं। मानव को समय रहते ही सदगुरु की शरण में चले जाना चाहिये। जीवन का कोई भरोसा नहीं है। जीवन में हर पल भगवान का नाम सुमिरन करते रहना चाहिये क्योंकि यही मुक्ति का मार्ग है। जीवन गुजरने के बाद यदि जीवन जीने का ढंग आये तो फिर इसका क्या फायदा, इसलिये समय रहते ही इस परम सत्य को समझ लेना चाहिये। उन्होंने कहा कि बुरे व्यक्ति का संगत कभी नहीं करना चाहिये। इसका परिणाम कभी अच्छा नहीं होता। उन्होंने कथा सुनने से अमर होने की बात पर कहा कि अमर होने का अर्थ यह कदापि नहीं है कि हमारा शरीर कभी नष्ट नहीं होगा। यह शरीर एक वस्त्र की भांति है और एक वस्त्र को कितने समय तक धारण करेंगे, कभी न कभी तो यह मैला होता ही है इसलिये आत्मा भी शरीर के पुराने होने पर उसे त्याग देती है। महाराज ने गुरु नाम की महिमा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भावना और भक्ति के जरिये प्रभु की प्राप्ति सम्भव है। भगवान शिव सम्पूर्ण विश्व के गुरु हैं। माता पार्वती के आग्रह पर उन्होंने मानस की कथा सुनाई थी। मानस की कथा मानव को परमात्मा से जोड़ने का सबसे आसान मार्ग है। कथा के दौरान माखन चोरी लीला का विहंगम झांकी प्रस्तुत की गई। कान्हा का अपने सखा के साथ बाल स्वरूप देख व आकर्षण भजनों को सुनकर श्रोतागण भाव विभोर हो गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष दिनेश टण्डन, समाजसेवी सोमेश्वर केसरवानी, मान्यता प्राप्त पत्रकार शुभांशू जायसवाल एवं विशिष्ठ अतिथि के रूप में हिन्दू भगवा वाहिनी की प्रदेश अध्यक्ष डा. अंजना सिंह, डा. रमेश सिंह, डा. शैलेन्द्र सिंह, देवेन्द्र खरे, प्रियंका गुप्ता, आशीष गुप्ता उपस्थित रहे। इस मौके पर गोपाल साहू, मुकेश श्रीवास्तव, शिवआसरे गिरी, रामआसरे साहू, मदन साहू, अमरनाथ वर्मा आदि उपस्थित रहे।

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